कोरोना ने सूनी कर दी गांव की गलियां, महामारी से निजात की कर रहे कामना

- जिले में कोरोना संक्रमण शहर से गांवों में पहुंच गया है। गांवों में संक्रमण से बचाव के प्र

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 10:51 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 10:51 PM (IST)
कोरोना ने सूनी कर दी गांव की गलियां, महामारी से निजात की कर रहे कामना
कोरोना ने सूनी कर दी गांव की गलियां, महामारी से निजात की कर रहे कामना

- जिले में कोरोना संक्रमण शहर से गांवों में पहुंच गया है। गांवों में संक्रमण से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक व कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया है। अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन के साथ ही खांशी, बुखार व सर्दी के मरीजों की तलाश के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर दस्तक दी है, लेकिन संक्रमितों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शहर से सटे गांव छोटा व बड़ा धुसाह में पुहंचने पर नजारा बदला दिखा। कोरोना के भय का अंदाजा गांव की सूनी गलियों से लगाया जा सकता है जिन में बच्चे क्रिकेट खेलते थे।

अमित श्रीवास्तव / अनिरूद्ध शुक्ल, बलरामपुर :

बहराइच मार्ग पर तहसील से आगे बढ़ते ही सड़क के दोनों तरफ बसा ग्राम धुसाह है। इसकी आबादी करीब पांच हजार है। युवा ही आते-जाते दिखते हैं। बच्चे व बुजुर्ग घर में कैद हैं। दुकान के सामने राकेश साहू मिलते हैं। मास्क सही करते हुए कहते हैं कि कोरोना फैला है। डर लगता है, लेकिन पेट के लिए घर से निकलना पड़ा। कहाकि दो टाइम काढ़ा पीते हैं। दुकानदार राम सुमिरन कहते हैं कि पहली लहर में गांव सुरक्षित था, लेकिन दूसरी ने कहर बरपा दिया। नानबच्चा के संक्रमित होने पर पता चला कोरोना गांव में पहुंच गया। महामारी से नानबच्चा के बेटे की मौत हो गई। पहले कोरोना को लेकर लोग सजग नहीं थे, लेकिन संक्रमितों की मौत से ग्रामीणों में दहशत है। जूनियर हाई स्कूल के पास मिले श्रीकृष्ण मिश्र कहते हैं कि कोरोना से बचाव के लिए अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। अधिकारी बयान दे रहे हैं कि गांवों में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। यहां तो कोई आया ही नहीं। कोरोना टीकाकरण के लिए स्कूल में स्वास्थ्य कर्मी आए हैं। इसकी सूचना पहले से नहीं दी गई। इस कारण वैक्सीन के लिए कम लोग पहुंचे। विद्यालय में स्वास्थ्य कर्मी प्रिया मिश्रा, ऊषा मिश्रा व प्रीति बाथम पात्रों को वैक्सीन लगाती दिखीं। डा. प्रांजलि त्रिपाठी कहते हैं कि कोरोना प्रोटोकाल का पालन करके इस महामारी को मात दिया जा सकता है। शारीरिक दूरी व मास्क का प्रयोग करने के साथ सफाई पर विशेष ध्यान दें। सर्दी, बुखार, खांसी की शिकायत होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।

अब तक 12 की हो चुकी मौत :

- कोरोना का कहर इस बार अधिक है। दो से 10 मई के बीच में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। 50 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। ग्राम पंचायत सचिव से सैनिटाइजेशन के लिए कहा था तो बोले हो चुका है, लेकिन अब तक नहीं कराया गया है। महामारी की पूजा भी कराई गई है। तीन दिन से राहत है। - राजू वर्मा, नवनिर्वाचित प्रधान नमूना लेने को लगी पांच टीम :

- पांच टीमें गठित की गई हैं। जो प्रतिदिन 200 लोगों की जांच करती हैं। अप्रैल से अब तक 7000 लोगों की जांच की गई है। एक संक्रमित के मिलने पर कम से कम 10 लोगों का नमूना लिया जाता है। सीएचसी नंदनगर में एल-1 अस्पताल बनाया गया है। यहां बिना लक्षण वालों को भर्ती किया जाता है। - डा. जावेद अख्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलरामपुर ग्रामीण

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