एक दिन पहले ही केंद्रों पर तौल बंद, आज अंतिम दिन
कोरोना कर्फ्यू व समय से पहले बारिश की वजह से अधिकांश किसान अपनी उपज नहीं बेच पाए हैं।
बलरामपुर: गेहूं खरीद 15 जून से बंद हो जाएगा। 53 क्रय केंद्रों पर 6839 किसानों से 33778.92 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद होने का दावा जिम्मेदार कर रहे हैं। कोरोना कर्फ्यू व समय से पहले बारिश की वजह से अधिकांश किसान अपनी उपज नहीं बेच पाए हैं।
ऐसे में, इन किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का लाभ नहीं मिल पाया। आनलाइन पंजीकरण कराकर क्रय केंद्रों का चक्कर लगाने के बावजूद अधिकारियों ने किसानों की उपज खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। अब सरकारी क्रय केंद्र बंद होने से इनको अपनी फसल आढ़तियों को औने-पौने दामों पर बेचनी पड़ेगी। 6189 किसानों को 5778.37 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। वहीं 650 किसान भुगतान पाने के लिए भटक रहे हैं। सोमवार को अधिकांश केंद्रों पर तौल बंद रही। केंद्र प्रभारियों ने बारिश के कारण तौल बंद होने की बात कही।
लक्ष्य से पीछे हैं कई क्रय केंद्र:
सादुल्लाहनगर क्षेत्र के क्रय केंद्र साधन सहकारी समिति अचलपुर चौधरी में 5000 क्विटल के सापेक्ष 2510 क्विटल गेहूं की खरीद 52 किसानों से हुई है। अचलपुर चौधरी के गोदाम में 1150 क्विटल गेहूं रखा है। अब तक 36 किसानों को भुगतान मिला है। तुलसीपुर क्षेत्र में दो क्रय केंद्र मंडी समिति तुलसीपुर व बेलीखुर्द में पांच-पांच हजार क्विटल का लक्ष्य था। इसमें से बेलीखुर्द में 4500 क्विटल ही गेहूं की खरीद हुई है। उतरौला के क्रय केंद्र उतरौला-ए में शनिवार तक 2600 क्विटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। गोदाम में 250 क्विटल गेहूं रखा है।
श्रीनगर जुवाथान क्रय केंद्र पर 3122 क्विटल 20 किलोग्राम गेहूं 61 किसानों से खरीदी गई है। सचिव शशिकांत ने बताया कि गेहूं का भंडारण सुरक्षित स्थान पर किया गया है। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि क्रय एजेंसियों को बकाया भुगतान का निर्देश दिया गया है।