'जीत' नहीं संक्रमण का टीका, लापरवाह दिखे जिम्मेदार
बूथों पर जुट रही भीड़ कौन कराए कोविड प्रोटोकाल का पालन
बलरामपुर : कोरोना हराने के लिए भले ही टीकाकरण चल रहा है, लेकिन वैक्सीन लगवाने के लिए उमड़ रही भीड़ संक्रमण का खतरा बढ़ा रही है। कारण बूथों पर शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है और न ही मास्क जरूरी समझा जा रहा है। खास बात यह है कि इस तरह की लापरवाही पर चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी भी रोक टोक लगाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। लोग एक दूसरे को धक्का देकर किसी तरह से टीका तो लगवाने के साथ संक्रमण के खतरे को घर ले जा रहे हैं। ऐसी लापरवाही तीसरी लहर का आमंत्रण है जो बड़ी तबाही ला सकती है। दृश्य एक: महिला व मेमोरियल अस्पताल में 11.40 बजे :
लंबी कतार में खड़े लोग पहले टीका लगवाने के लिए धक्का मुक्की करते दिखे। हालांकि स्वास्थ्य कर्मी बार-बार कतार में लगने व शारीरिक दूरी की नसीहत दे रहे थे, लेकिन मानने को लोग तैयार नहीं थे। दृश्य दो: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज में 12.40 बजे :
टीका लगवाने के लिए लोग को एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। पुराने अस्पताल के अंदर बिना कतार के 150 लोग खड़े थे। यहां शारीरिक दूरी का नियम हवाई साबित होता दिखा। पुलिस भी भीड़ नहीं संभाल पा रही थी। अधीक्षक डा.विकल्प मिश्रा ने बताया कि बिना मास्क के वैक्सीनेशन न करने का आदेश दिया गया है, लेकिन पालन होता नहीं दिखा।
दृश्य तीन: अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरहवा में 12.55 बजे
- एक दूसरे को धक्का देकर लोग टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में जुटे हुए थे। स्वास्थ्य कर्मियों की नसीहत भी भीड़ पर असर नहीं डाल पा रही थी। पसीने से तरबतर लोग टीका लगवाने के लिए बेकरार दिखे।
56 बूथों पर 10003 को लगा टीका
-जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि 56 बूथों पर 10003 को वैक्सीन लगाई गई। बूथों पर कोविड प्रोटोकाल पालन न होने के बावत कहा कि जनता उमड़ रही है। प्रोटोकाल पालन के लिए सभी बूथों पर पुलिस कर्मी भी नहीं मिल पा रहे हैं। फिर भी कर्मियों को निर्देश दिया है कि वह प्रोटोकाल का पालन जरूर कराएं।