स्कूलों में लगा स्वास्थ्य शिविर, बीमारियों से किया जागरूक

विश्व हृदय दिवस पर बालिका इंटर कालेज में गोष्ठी उतरौला में किशोर-किशोरियों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 10:49 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 10:49 PM (IST)
स्कूलों में लगा स्वास्थ्य शिविर, बीमारियों से किया जागरूक
स्कूलों में लगा स्वास्थ्य शिविर, बीमारियों से किया जागरूक

बलरामपुर: विश्व हृदय दिवस पर जिले के विभिन्न स्कूलों में स्वास्थ्य जागरूकता शिविर आयोजित कर स्वास्थ्य टीमों ने बीमारियों के प्रति जागरूक किया। इस दौरान हृदय, टीबी समेत अन्य रोगों की जानकारी देते हुए इनसे बचाव के तरीके बताए गए।

बालिका इंटर कालेज में विश्व हृदय दिवस पर टीबी जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि जिला क्षय रोग अधिकारी डा. संजीवन लाल ने कहाकि टीबी का पूरा नाम ट्यूबरक्लोसिस है, जो 'माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस' नामक जीवाणु से होता है। टीबी रोग मुख्य रूप से फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन इसका वायरस आंत, मस्तिष्क, हड्डियों, जोड़ों, गुर्दे, त्वचा तथा हृदय को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए टीबी से बचने की जरूरत है। यदि किसी भी व्यक्ति में इसके लक्षण दिख रहे हैं तो इलाज कराएं।

जिला समन्वयक टीबी एवं एचआइवी महेंद्र शुक्ल ने कहा कि दो हफ्ते या उससे अधिक समय से खांसी आना टीबी का मुख्य लक्षण हो सकता है। शाम को बुखार आना, बलगम के साथ खून आना, वजन कम होना इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैं। फेफड़ों की टीबी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है। इस रोगी के बलगम में टीबी के जीवाणु पाए जाते हैं। रोगी के खांसने, छींकने और थूकने से ये जीवाणु हवा में फैल जाते हैं। जो अन्य व्यक्ति के सांस लेने से यह जीवाणु उस व्यक्ति के फेफड़ों में पहुंचकर उसे संक्रमित कर देते हैं।

पूर्व एसीएमओ डा. कमाल अशरफ, अमरेंद्र मिश्र, संदीप मिश्र, अर्श काउंसलर अनुराधा तिवारी, नीरज यादव, सूर्यमणि, अविनाश विक्रम सिंह मौजूद रहे।

किशोरियों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण:

उतरौला: विश्व हृदय दिवस पर एमवाई उस्मानी इंटर कालेज में किशोर-किशोरियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डा. अताउल्लाह खां, डा.अनिल प्रजापति, डा. शालिनी मिश्रा, डा. अमरेंद्र कुमार, डा. नसरुद्दीन सिद्दीकी ने स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी छात्र-छात्राओं की हीमोग्लोबिन जांच की। निबंध प्रतियोगिता भी कराई गई। इसमें 1200 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इनमें 50 बच्चों को पुरस्कृत किया गया , शैलेंद्र कुमार, ज्ञान, रेखा, श्वेता, तारिक मौजूद रहे।

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