रेलवे स्टेशन का हाल, यात्री सुविधाएं बदहाल
बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर पांच साल बाद भी नहीं सुधरे हालात बढ़ी रही यात्रियों की परेशानी
बलरामपुर: गोंडा-गोरखपुर रेल प्रखंड पर स्थित बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाएं न के बराबर हैं। स्टेशन से रोजाना करीब 15 हजार से अधिक लोग अपना सफर शुरू करते हैं। गोंडा, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली, मुंबई, बढ़नी, नौगढ़, गोरखपुर को जाने वाली ट्रेनें इस स्टेशन से पर ठहरती हैं। बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी, हमसफर व अन्य सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता है। बड़ी लाइन शुरू हुए पांच साल बीत गए, लेकिन स्टेशन पर समस्याएं बरकरार हैं। ट्रेनों की सफाई व पानी भरने के लिए बनी पाइपलाइन अब तक शुरू नहीं हो सकी है। दिव्यांग यात्रियों के लिए रैंप की भी व्यवस्था नहीं है। पेश है एक रिपोर्ट : -बलरामपुर रेलवे स्टेशन नगर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव यहीं होने से हजारों यात्री रोजाना यहां आते हैं। बावजूद इसके बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। रेलवे आरक्षण काउंटर अक्सर बंद होने से यात्रियों को जनसेवा केंद्र पर जाकर अतिरिक्त शुल्क अदा करना पड़ता है। यात्रियों के बैठने के लिए बने कई बेंच क्षतिग्रस्त हैं। वाटर पोस्ट की टोटियों में गंदगी जमा होने से लोग इसका पानी पीने से कतराते हैं। शौचालय बदहाल होने से महिला यात्रियों को खासा दिक्कत उठानी पड़ती है। आमान परिवर्तन के बाद बड़ी लाइन बनने पर यहां पाइपलाइन का निर्माण कराया गया था, जो अब तक शुरू नहीं हो सका है। खास बात यह है कि राजकीय रेलवे पुलिस की चौकी भी यहीं है। इतना सब होने के बाद भी रेलवे के उच्चाधिकारी कमियों को दूर कराने के प्रति संजीदा नहीं हैं, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
नंबर गेम:::
-26 नवंबर 2015 को शुरू हुई थी बड़ी लाइन।
-15 हजार यात्री रोजाना बलरामपुर रेलवे स्टेशन से शुरू करते हैं सफर।
-तीन लाख से अधिक आबादी होती है प्रभावित।
-स्टेशन पर 20 में से करीब 06 बेंच हैं क्षतिग्रस्त।
-03 वाटर पोस्टों में है गंदगी का अंबार।
-06 साल से बनी पाइपलाइन को संचालन का है इंतजार।
पूरा हो चुका है सर्वे:
-रेलवे स्टेशन अधीक्षक डीएस मीणा का कहना है कि गोरखपुर मुख्यालय के इंस्पेक्टर ने सर्वे पूरा कर लिया है। जल्द ही स्टेशन पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। यात्रियों को समुचित सुविधाएं मिल सकें, इसके लिए रेलवे सतत प्रयासरत है।