कुर्सी हथियाने को प्रमाण पत्र 'वार' शुरू
22 बीडीसी का जारी कर दिया गया था द्वितीय प्रमाण पत्र सत्ता पक्ष पर दबाव बनाने का आरोप
बलरामपुर: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही ब्लाक प्रमुख की कुर्सी हथियाने के लिए भी जोड़तोड़ शुरू हो गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पद पर कब्जा करने के लिए कद्दावर नेताओं ने दांव चलना शुरू कर दिया है। इसमें सदस्यों (मतदाता) के निर्वाचन प्रमाण पत्र को मुख्य हथियार बनाया जा रहा है। हर्रैया ब्लाक के 22 क्षेत्र पंचायत सदस्यों (बीडीसी) के नाम से जारी द्वितीय प्रमाण पत्रों को निरस्त करना इसकी पुष्टि करता है।
जिले में ब्लाक प्रमुख के नौ पद हैं। पिछले चुनाव में अधिकांश पर सपा समर्थित उम्मीदवारों ने ही जीत दर्ज की थी। यहां तक दलबदल कर लोगों ने सपा का दामन थामा था और प्रमुख बनने के बाद साथ छोड़ दिया। इस बार भाजपा के साथ आकर कुर्सी पाने की होड़ दिख रही है।
हर्रैया सतघरवा ब्लाक प्रमुख पद के लिए भाजपा व कांग्रेस के दावेदारों में अभी से सियासी तलवारें खिच गई हैं। हर्रैया सतघरवा में 134 बीडीसी हैं। इसमें फिफ्टी प्लस की संख्या पाने के लिए निर्वाचन प्रमाण पत्र अपने पास जमा करने के फार्मूले पर चलकर कुर्सी तक का सफर तय करना चाहते हैं। समर्थन देने वाले सदस्यों का प्रमाण पत्र जमा करने का खेल ब्लाक प्रमुख के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी चल रहा है।
बताते हैं कि मंडल मुख्यालय के एक नेता के पास जिला पंचायत सदस्यों का प्रमाण पत्र जमा है। इसमें सपा, बसपा व निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। हालांकि, सपा नेता पूर्व मंत्री डा. एसपी यादव पार्टी समर्थित सदस्यों के साथ होने का दावा कर रहे हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह का कहना है कि हर्रैया सतघरवा ब्लाक में बीडीसी की शिकायत पर नियमों के विपरीत जारी प्रमाण पत्र की द्वितीय प्रति को जिला प्रशासन ने निरस्त कर दिया है। पार्टी निष्पक्ष चुनाव की पक्षधर है। प्रमाण पत्र जमा कराने का आरोप निराधार है।