आक्सीजन कमी का समाधान, अब नहीं जाएगी जान

सभी सीएचसी व पीएचसी को मिली आक्सीजन कंस्ट्रेटर्र पोस्ट कोविड व पीकू वार्ड मिलकर रोकेंगे तीसरी लहर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:28 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:28 PM (IST)
आक्सीजन कमी का समाधान, अब नहीं जाएगी जान
आक्सीजन कमी का समाधान, अब नहीं जाएगी जान

बलरामपुर: दूसरी लहर में हुई 102 मौतों में अधिकांश की वजह आक्सीजन किल्लत रही। इससे सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त अस्पताल से लेकर ब्लाक स्तरीय अस्पतालों में आक्सीजन आपूर्ति सुधारने का प्रयास किया है। इसका परिणाम रहा कि संयुक्त अस्पताल में एक आक्सीजन जनरेटर की शुरुआत हो गई जिससे करीब 20 बेडों पर आक्सीजन सप्लाई की जा रही है। दूसरा आक्सीजन प्लांट भी तैयार है जिसका शुभारंभ दो दिन के भीतर होना है।

बलरामपुर चीनी मिल के सौजन्य से इस आक्सीजन प्लांट से 332 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन तैयार होगा जिससे 40 बेड पर सप्लाई मिल सकेगी। यही नहीं प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो आक्सीजन कंसंट्रेटरों की व्यवस्था की गई हैं। इससे अब सीएचसी व पीएचसी पर भी आक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। अब तक निजी एजेंसियों के सहारे रहने वाले अस्पतालों की आक्सीजन आपूर्ति पूरी तरह आत्मनिर्भर हो गई है जो तीसरी लहर में बड़ा हथियार साबित होगी। पोस्ट कोविड व पीकू वार्ड तैयार:

-तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए संयुक्त अस्पताल में पीकू वार्ड बनाया गया है। 40 बेड वाले वार्ड में सभी प्रकार के संक्रमित बच्चों को भर्ती कर बाल रोग विशेषज्ञ इलाज करेंगे। मुख्यालय के अलावा ब्लाक स्तरीय अस्पतालों में भी बच्चों के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं। संयुक्त अस्पताल में 40 बेड का पोस्ट कोविड वार्ड भी तैयार किया गया है। यहां संक्रमण के बाद ठीक हो चुके लोगों की हालत बिगड़ने पर उन्हें भर्ती किया जाएगा।

इस वार्ड में सभी बेडों पर आक्सीजन की सुविधा देने की तैयारी है। फिजीशियन,मानसिक रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, त्वचा रोग विशेषज्ञ समेत विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज के साथ संक्रमितों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए फिजियोथेरेपिस्ट की भी तैनाती की जाएगी।

आक्सीजन किल्लत दूर करने का दावा:

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके सिंघल ने बताया कि तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सतर्क है। सभी ब्लाक स्तरीय अस्पतालों में आक्सीजन किल्लत दूर कर लिया गया है। पीकू वार्ड लगभग तैयार है।

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