ओम नम: शिवाय:: श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है महादेव मंदिर

मोहनलाल रामलाल इंटर कालेज के पश्चिमी भाग में स्थित इस मंदिर में पूरे वर्ष श्रद्धालु पूजन-अर्चन करने को एकत्र होते हैं। सोमवार महाशिवरात्रि कजरी तीज व सावन माह में भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 10:11 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 10:11 PM (IST)
ओम नम: शिवाय:: श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है महादेव मंदिर
ओम नम: शिवाय:: श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है महादेव मंदिर

बलरामपुर: ब्लाक मुख्यालय शिवपुरा स्थित महादेव मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मोहनलाल रामलाल इंटर कालेज के पश्चिमी भाग में स्थित इस मंदिर में पूरे वर्ष श्रद्धालु पूजन-अर्चन करने को एकत्र होते हैं। सोमवार, महाशिवरात्रि, कजरी तीज व सावन माह में भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुराद भोलेनाथ जरूर पूरी करते हैं। इतिहास :

- स्थानीय लोगों के मुताबिक प्राचीन काल में यह क्षेत्र जंगल में तब्दील था। एक बार ग्रामीण जंगल में लकड़ियां व औषधि लेने के लिए झाड़ी के पास पहुंचे। जहां उन्हें शिवलिंग दिखाई पड़ा। ग्रामीण झाड़ियों से निकले शिवलिग की पूजा-अर्चना करने लगे। करीब 200 वर्ष पूर्व बलरामपुर राज परिवार ने मंदिर का निर्माण कराया। तभी से लोग यहां विधि-विधान से आशुतोष शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। तैयारियां:

- सावन शुरू होते ही मंदिर की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मंदिर की रंगाई-पोताई, प्रकाश व श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की व्यवस्था मंदिर प्रशासन करता है। जलाभिषेक के लिए पुरुष व महिलाओं की लाइन अलग होती है। मंदिर परिसर में फूल, माला, बेल पत्र व पूजन सामग्री की दुकान सजी रहती है। - शिवपुरा शिवालय का शिवलिंग अति प्राचीन है। शिव भक्त जलाभिषेक कर पूजन अर्चन करने आते हैं। सावन सोमवार, कजरी तीज व शिवरात्रि में यहां भक्तों का हुजूम उमड़ता है। मंदिर के पश्चिमी व उत्तरी छोर में प्राचीन पोखरा स्थित है। जहां से श्रद्धालु जल भरकर भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं

-रामशंकर गिरि, पुजारी

- जंगल से निकलने के चलते स्थानीय लोग मंदिर को भोलेशंकर का प्रिय स्थान मानते हैं। शिवरात्रि व श्रावण मास में मंदिर की भव्य साज-सज्जा की जाती है। मंदिर समिति शिवविवाह, संकीर्तन, भजन समेत कई धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रतिवर्ष करती है।

-अंबरीष पांडेय, संरक्षक

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