कारगिल विजय दिवस पर अमर शहीदों को किया नमन

कारगिल युद्ध विजेता ने नन्हे-मुन्नों को अनुशासन की दी नसीहत एबीवीपी ने पूर्व संध्या पर शहीदों के नाम जलाया दीप

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:33 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:33 PM (IST)
कारगिल विजय दिवस पर अमर शहीदों को किया नमन
कारगिल विजय दिवस पर अमर शहीदों को किया नमन

बलरामपुर: कारगिल विजय दिवस पर सोमवार को जिले भर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस दौरान देश की सुरक्षा की खातिर अपना बलिदान देने वाले वीर सपूतों को नमन किया गया। शिक्षण संस्थाओं की ओर से वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें शिक्षकों ने नन्हे-मुन्नों को कारगिल युद्ध व सेना के जवानों की वीरगाथा सुनाई। बच्चों ने पोस्टर व कविता के माध्यम से बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

वात्सल्य ग्रुप आफ आफ इंस्टीट्यूट के बच्चों ने कारगिल युद्ध विजेता विजय कुमार सिंह से आनलाइन बातचीत की। कक्षा तीन के छात्र अरिहंत शुक्ल व यूकेजी की छात्रा नित्या सिंह ने पूछा कि वे डाक्टर बनना चाहते हैं। भविष्य में सेना में अपनी सेवा किस प्रकार दे सकते हैं। इस पर उन्होंने कठिन परिश्रम व खूब पसीना बहाने की नसीहत दी। कहाकि जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति सेना में ही शामिल हो पाए। हम शिक्षक, डाक्टर व इंजीनियर बनकर राष्ट्र की सेवा कर सकते हैं।

इस दौरान आयोजित आनलाइन कला प्रतियोगिता में नर्सरी की छात्रा शगुन थापा ने प्रथम, सौम्या थापा ने द्वितीय व एलकेजी की तान्या चौधरी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में यूकेजी के कुशाग्र मिश्र ने प्रथम, श्रेया यादव ने द्वितीय व गौरव शर्मा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

प्रधानाचार्य डा. आशुतोष प्रसाद शुक्ल ने कहा कि बच्चों के अंदर शक्ति का पुंज है। इन्हें आगे बढ़ने के लिए अनुशासन के साथ धैर्य की आवश्यकता है। शिक्षिका दिव्या गिरि, जया तिवारी, प्रिया तिवारी, रोशनी शुक्ला, आरोही मिश्रा मौजूद रहीं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कारगिल दिवस की पूर्व संध्या पर अमर शहीद वीर विनय कायस्थ की प्रतिमा पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि दी।

अभिषेक प्रताप सिंह, गौरव द्विवेदी, अंबुज सिंह मौजूद रहे। तुलसीपुर में एबीवीपी सदस्यों ने हनुमानगढ़ी चौराहा पर दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। ऋतिक चौरसिया, व्यापार मंडल अध्यक्ष रामजी आर्य, गोपाल जायसवाल एवं निशांत मणि तिवारी ने शहीदों की वीर गाथा को याद किया। अमन गुप्त, दिलीप गुप्त, शिव कुमार वाल्मीकि मौजूद रहे।

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