स्टोर में जंक खा रहे करोड़ों के सामान, साहब अनजान
सिचाई विभाग के अफसरों की मनमानी पर आला अधिकारियों का अंकुश नहीं है।
श्लोक मिश्र, बलरामपुर :
सिचाई विभाग के अफसरों की मनमानी पर आला अधिकारियों का अंकुश नहीं है। सरयू नहर खंड-4 के उतरौला स्थित स्टोर में करोड़ों रुपये के उपकरण व निर्माण सामग्री जंक खा रही है। यहां सरयू नहर खंड-4, सरयू ड्रेनेज खंड द्वितीय व चित्तौड़गढ़ बांध निर्माण की सामग्री उपयोग न होने से डंप है। स्टोर में कुल कितनी कीमत की सामग्री डंप है, इसका मूल्यांकन तक नहीं किया गया है। विभागीय अधिकारी निष्प्रयोज्य उपकरणों की नीलामी कराने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में इनका कबाड़ के भाव नीलाम होना तय है। -सिचाई विभाग हर साल निर्माण कार्य के नाम पर करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा करता है। फिर भी परियोजनाएं अधूरी होने में बजट न होने की दुहाई दी जाती है। इन सबके बीच उतरौला स्थित स्टोर में पड़े बाउंड्री स्टोन, हेक्टोमीटर-किलोमीटर स्टोन विभागीय लापरवाही की दास्तां बयां कर रहे हैं। पुल निर्माण में प्रयुक्त होने वाले रेगुलेटर, लोडर, मिक्सर, गेट, साइन बोर्ड, ट्री गार्ड में वर्षों से उपयोग न होने से जंक लग गई है। लाखों रुपये के ह्यूमपाइप का भी कोई पुरसाहाल नहीं है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो विभिन्न परियोजनाओं के तहत कराए गए कार्यों में बचे हुए बाउंड्री व हेक्टोमीटर-किलोमीटर स्टोन रखे हुए हैं। इसमें तीनों उपखंडों के कितने कीमत का सामान है, यह बताने वाला कोई नहीं है। यूं तो स्टोर का इंचार्ज सरयू नहर खंड-4 के सहायक अभियंता सुधाकर को बनाया गया है, लेकिन उनको भी इसकी पूरी जानकारी नहीं है।
सुरक्षित रखी है सामग्री :
-सरयू नहर खंड-चतुर्थ के अधिशासी अभियंता मोहम्मद परवेज का कहना है कि स्टोर में किसी बाहरी को प्रवेश की अनुमति नहीं है। मैं अभी नया आया हूं। फिर भी जो सामग्री परियोजनाओं के कार्य के बाद बच गई है, उसे स्टोर में सुरक्षित रखा गया है। शीघ्र ही इसका मूल्यांकन कराया जाएगा। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।