अवैध पार्किंग पर नहीं लगाम, कैसे खत्म हो जाम
राष्ट्रीय राजमार्गो पर अवैध पार्किंग ने बढ़ाई परेशानी कार्रवाई से कतरा रहे अफसर
बलरामपुर: जिले के नगर क्षेत्रों में अवैध पार्किंग का खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बेसमेंट में दुकानें बेचकर बिल्डर मालामाल हो गए। अब सड़क तक पार्किंग के कारण आमजन को जाम के झाम से जूझना पड़ रहा है। बहुमंजिला भवन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई करने में अफसरों के हाथ कांप रहे हैं। जबकि आमजन को इसका खामियाजा वाहन चालान के रूप में भुगतना पड़ रहा है। नगर पालिका प्रशासन भी पार्किंग स्थल तैयार करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग तुलसीपुर पर एमपीपी इंटर कालेज, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ इंडिया, प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की शाखाएं हैं। बैंक समय में यहां खाताधारकों की भारी भीड़ जुटती है। ऐसे में उन्हें अपना वाहन सड़क तक खड़ा करना पड़ता है। कमोवेश यही हाल इसी मार्ग पर स्थित कालीथान तिराहा व एमएलके कालेज तिराहा का भी है। वाहनों के बेतरतीब पार्किंग से सुगम यातायात का दावा भी हवाई साबित हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग बहराइच पर भी वीर विनय चौराहा से तहसील तक अवैध पार्किंग से दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
गोंडा मार्ग पर बेसमेंट में पार्किंग के बजाय दुकानें सजी हुई हैं। यह हाल तब है, जब मानचित्र में पार्किंग दर्शाकर अफसरों को गुमराह किया गया। भवन बनने के बाद अधिकारी जांच व सत्यापन करने नहीं पहुंचे। विनियमित क्षेत्र के अवर अभियंता अनिल श्रीवास्तव नोटिस जारी कर भूल गए हैं। नगर पालिका प्रशासन उदासीन बना हुआ है। ईओ नगर पालिका राकेश कुमार जायसवाल का कहना है कि उच्चाधिकारियों को अवैध पार्किंग करने वालों की सूची देकर अभियान चलाने की अनुमति मांगी गई है।
यह हैं जिम्मेदार:
गोंडा, तुलसीपुर, बहराइच व उतरौला मार्ग पर अवैध पार्किंग के लिए ईओ राकेश जायसवाल, अवर अभियंता अनिल श्रीवास्तव, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर मानवेंद्र पाठक व प्रभारी यातायात वीरेंद्र यादव जिम्मेदार हैं।