हेंगहा नाला में उफान, फसल सहेजने में जुटे किसान
बारिश के कारण ढह गया फूस का मकान कई मार्गो पर जलभराव से आवागमन प्रभावित
बलरामपुर: तीन दिन लगातार हुई तेज बारिश के बाद बुधवार को बरसात थम गई। सुबह से ही धूप खिल गई, लेकिन कई बार आसमान में बादल छाने का सिलसिला जारी रहा। हवाएं चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं किसान धान की नर्सरी व पलेवा करने के लिए खेतों में जुट गए। गन्ने की फसल को बारिश से लाभ होने से किसान गदगद हैं।
वहीं, भारी बारिश के कारण हेंगहा पहाड़ी नाले में उफान आ गया है। इससे आसपास गांव के गन्ने की फसल में पानी भर गया है। परसहवा गांव के पास सड़क की कटान शुरू हो गई है। उधर, हरैया सतघरवा के मकुनहवा निवासी कामेश्वर नाथ का फूस का मकान ढह गया है।
नहर से जलनिकासी बंद, गांव जलमग्न:
हरैया सतघरवा: तुलसीपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत गुलहरिया के मजरा विशुनपुर में निर्माणाधीन नहर से गांव की जलनिकासी नहीं हो पा रही है। इसके कारण पूरा गांव जलमग्न हो गया है। ग्राम प्रधान अमन कुमार वर्मा, अब्दुल समद, नईम ने बताया कि करीब 15 किलोमीटर दूर जंगल का पानी इसी रास्ते से जाता था। सरयू नहर निर्माण कर जलनिकासी का साधन बंद कर दिया गया है। लेखपाल ओमप्रकाश पांडेय ने बताया कि जेसीबी से बांध काटकर पानी निकलवाया जा रहा है।
जलभराव व कीचड़ से आवागमन दूभर:
दो ब्लाक मुख्यालय को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर बारिश के कारण जलभराव हो गया है। शिवपुरा से रामनगर मनोहरापुर होते हुए महराजगंज तराई मार्ग पर जुम्मनडीह गांव के पश्चिम करीब 800 मीटर पर कीचड़ के कारण लोगों का आवागमन दुश्वार है। आलम यह है कि इस रास्ते से एंबुलेंस भी नहीं निकल पा रही है। लैबुड़वा, फकीरडीह, फौजदारपुरवा, कमदी, मनोहरापुर, जोखवा, बरगदही, अकली, अकला, सरकहवा गांव के लोगों को शिवपुरा पहुंचने में परेशानी होती है।
तीन साल से नहीं बना पुल:
सुगानगर-लहेरी, उपटहवा मुख्य मार्ग पर तीन साल से नहर पर पुल न बनने से बारिश में लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रधान ओंकार नाथ आर्य, अनिल कुमार शुक्ल, राजकुमार यादव, संतोष शुक्ल, मायाराम, अलखराम पाठक, धर्मराज पासवान ने बताया कि ठेकेदार का अता-पता नहीं है। पुल अधूरा होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें उठानी पड़ रहीं हैं।
बारिश से ढहा फूस का मकान:
हरैया सतघरवा: क्षेत्र के मकुनहवा निवासी कामेश्वर नाथ ने बताया कि बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से उनका फूस मकान मंगलवार का ढह गया। इस दौरान वह अकेले कृषि कार्य में व्यस्त था। घर में रखी अनाज की डेहरी, गैस चूल्हा, चारपाई व अन्य गृहस्थी के सामान क्षतिग्रस्त हो गए है। राशन भी खराब हो जाने से खाने के लाले पड़ गए हैं।
तहसीलदार शेख आलमगीर ने बताया कि राजस्व टीम को क्षति के आकलन के लिए भेजा गया है।