संक्रमित गंवाते रहे जान, गैरहाजिरी पर भी अफसर मेहरबान

चार बार डाक्टर के गायब रहने की रिपोर्ट रसूख के चलते शिकायतें होती रहीं नजरंदाज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 10:36 PM (IST)
संक्रमित गंवाते रहे जान, गैरहाजिरी पर भी अफसर मेहरबान
संक्रमित गंवाते रहे जान, गैरहाजिरी पर भी अफसर मेहरबान

बलरामपुर: कोरोना ने लोगों की जिंदगी छीन जिलेवासियों को बेहिसाब दर्द दिया है, लेकिन इसमें भी कुछ रसूख वाले लोग मलाई काट रहे थे। अस्पतालों में संक्रमित इलाज न होने के कारण दम तोड़ रहे थे। वहीं, अस्पतालों से गायब रहे डाक्टर बिना ड्यूटी के ही वेतन उठाते रहे। ऐसा नहीं है कि इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के मुखिया को नहीं थी। ड्यूटी न करने की शिकायतें साहब तक एक नहीं चार बार पहुंची, लेकिन तत्कालीन सीएमओ मौन रहे। वह डाक्टर के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। यहां तक उन्होंने बिना अस्पताल आए ही एल-टू में संबद्ध दिखाकर उन पर वेतन भी लुटाया। इसका राजफाश तत्कालीन सीएमओ के तबादले के बाद हुई शिकायत की जांच में हुआ है।

हाल में एक अधिवक्ता ने तुलसीपुर सीएचसी में तैनात चिकित्सक डा. आशीष अनुपस्थित रहते हुए वेतन निकालने की शिकायत शासन में की थी। इसकी जांच सीएमओ कर रहे हैं। जांच शुरू हुई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आने लगे। 26 मार्च को तुलसीपुर के अधीक्षक डा. सुमंत सिंह चौहान ने डा. आशीष को लापरवाह बताते हुए वेतन रोकने की कार्रवाई की, लेकिन तत्कालीन सीएमओ ने शिकायत को नजरंदाज कर चार माह का वेतन निकलवा दिया। यह वह दौर था जब जिले के एल-टू अस्पताल व होम आइसोलेट संक्रमितों की ठीक से इलाज न होने के अभाव में ताबड़तोड़ मौतें हो रही थी।

वहीं, तीन अप्रैल, सात जून, 14 जून, 14 अगस्त को चिकित्सक के ड्यूटी में लापरवाही की शिकायतें की गई, लेकिन वेतन भुगतान होता रहा। एल-टू अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया तो कभी अतिरिक्त अवकाश देकर बचा लिया गया। इसका कारण रसूख हो या अतिरिक्त मेहरबानी लेकिन संकट की घड़ी में संबद्ध करने के खेल ने तत्कालीन अफसर की कारगुजारी को संदेह के घेरे में ला दिया है।

तुलसीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. सुमंत सिंह चौहान ने बताया कि डा. आशीष के ड्यूटी पर न आने की शिकायत बराबर उच्चाधिकारियों से की गई थी। तत्कालीन सीएमओ के आदेश पर वेतन भुगतान होता रहा। वहीं, आरोपित चिकित्सक डा. आशीष का कहना है कि उन्होंने ड्यूटी की है। किसी ने फर्जी शिकायत कर दी। उधर, सीएमओ डा. सुशील कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।

chat bot
आपका साथी