मुर्दे को सीएचओ ने लगा दी दूसरी डोज, विभाग में हड़कंप
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने शुरू की जांच प्रथम दृष्टया मिली सीएचओ की लापरवाही
बलरामपुर: भले ही वैक्सीन की खुराक पाने के लिए लोग दौड़ रहे हैं, फिर भी उन्हें टीका नहीं लग पा रहा है। वहीं, आंकड़ेबाजी में माहिर स्वास्थ्य विभाग ने मुर्दे को भी टीका लगा दिया। मामला प्रकाश में आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा व जिला वैक्सीन कोल्डचेन प्रबंधक डा. श्यामजी मिश्र ने मृतका के साथ पंजीकृत अन्य लाभार्थियों के गांव व टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर मामले की जांच की। प्रथम दृष्टया सीएचओ की लापरवाही मिली है।
उतरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बढ़यापकड़ी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर 14 अप्रैल को एक ही मोबाइल नंबर से राजपती, संवारी देवी, राज कुमारी व ऊधव का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें पहली खुराक लगाई गई। ऊधव के मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन हुए इन लाभार्थियों में दो राजकुमारी व ऊधव ने महदेइया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर दूसरी डोज ले ली। शेष दो लाभार्थियों में राजपती की मौत हो गई। संवारी देवी 28 अगस्त को पुन: टीका लगवाने पहुंचीं। यहां टीका लगा रहे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी नसीम अहमद ने संवारी देवी को राजपती समझकर उसका रजिस्ट्रेशन कर दिया। उसे वैक्सीन कक्ष में भेजा तो उसने कहा कि वह राजपती देवी नहीं बल्कि संवारी देवी है। इस पर संवारी देवी का भी रजिस्ट्रेशन कर उसका टीकाकरण करा दिया।
भूल छिपाना पड़ा महंगा, दी जाएगी नोटिस:
विभागीय अधिकारी भले ही मामले में मानवीय त्रुटि बता कर उसे दबाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह गलती यदि हो ही गई थी तो इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को देनी चाहिए। सीएचओ ने बड़ी भूल करने के बाद मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इस कारण टीकाकरण अभियान ही सवालों के घेरे में आ गया है।
घटना की जांच करने पहुंचे जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि उस दिन 50 लोगों का रजिस्ट्रेशन कर उनका टीकाकरण कराया गया था। प्रत्येक लाभार्थी से बात की गई, लेकिन कोई त्रुटि नहीं मिली। जो गड़बड़ी हुई है, वह मानवीय भूल है फिर भी सीएचओ की लापरवाही के लिए उनको नोटिस दी जाएगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि मामले की जांच जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को दी है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।