अस्पताल में दूर हो गई आक्सीजन किल्लत, बाहर अब भी दिक्कत

यह स्थिति दोबारा न आए इसके लिए सुधार के बड़े-बड़े दावे हुए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:33 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:33 PM (IST)
अस्पताल में दूर हो गई आक्सीजन किल्लत, बाहर अब भी दिक्कत
अस्पताल में दूर हो गई आक्सीजन किल्लत, बाहर अब भी दिक्कत

बलरामपुर: दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी ने सबसे ज्यादा लोगों की जिदगी छीनकर जिलेवासियों को जीवन भर का घाव दिया है। यह स्थिति दोबारा न आए, इसके लिए सुधार के बड़े-बड़े दावे हुए थे। स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन कंसंट्रेटर व आक्सीजन प्लांट लगाकर आक्सीजन की किल्लत तो दूर कर ली, लेकिन अस्पताल के बाहर मरीजों को आक्सीजन कैसे मिलेगी। इसे लेकर जनप्रतिनिधियों व अफसरों ने अब तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।

दूसरी लहर में लगातार हो रही मौतों के दौरान भले ही आने वाले दिनों में हर जरूरतमंद को आक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता व रीफिलिग की सुविधा देने का दावा किया गया था, लेकिन दु:ख की घड़ी बीतते ही सब भूल गए।

वहीं, उस दौरान गैस सिलिडर देने में फिसड्डी रही वैभव गैस एजेंसी को प्रतिबंधित कर दिया गया था। वैभव गैस एजेंसी संचालक के मुताबिक बहराइच जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्होंने वहां स्थित अपनी फैक्ट्री से आक्सीजन सिलिडर मंगवाकर अस्पताल प्रशासन को मुहैया कराया था, लेकिन उसका भुगतान भी नहीं मिला। करीब एक लाख रुपये बकाया होने के बाद उन्होंने बहराइच डीएम को पत्र लिखा है कि या तो उनका बकाया दिलाएं, अन्यथा वह भविष्य में कभी आक्सीजन सिलिडर की आपूर्ति नहीं करेंगे।

कार्रवाई के बाद होम आइसोलेट मरीजों को आक्सीजन गैस सिलिडर मुहैया कराने का जिम्मा अशोका गैस एजेंसी के जिम्मे रहा। इस एजेंसी ने जरूरतमंदों को गैस सिलिडर मुहैया भी कराए, लेकिन अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में रही। कारण उस समय के तीमारदारों ने इस पर भी गैस सिलिडर न देने व अधिक रुपये लेने का आरोप लगाया था।

अब तीसरी लहर की आहट तेज है,ऐसे में अशोक गैस एजेंसी ने फिर तीमारदार कों नखरे दिखाए तो फिर मौतों को गिनना मुश्किल हो जाएगा।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीपी सिंह का कहना है कि अस्पताल आने वाले मरीजों को अब आक्सीजन किल्लत नही होगी। होम आइसोलेट समेत अन्य मरीजों को सही समय व दाम पर आक्सीजन सिलिडर दिलाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। भविष्य में यदि किल्लत जरूरत पड़ने पर इसके लिए भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।

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