..यहां तो डीएम के आवासीय परिसर में ही नहीं जलनिकासी की व्यवस्था
पानी भरने से वर्कशाप में खड़ी गाड़ियां भी डूबीं लाखों रुपये का सामान बर्बाद
बलरामपुर: गोंडा मार्ग पर बहदुरापुर में जल निकासी की व्यवस्था न होने से जलभराव हो गया है। सड़क के दोनों किनारों बने आवास व वर्कशाप में पानी भर जाने से लाखों रुपये का सामान बर्बाद हो गया है। जिलाधिकारी के आवासीय परिसर में पानी भरने के बाद लोक निर्माण विभाग ने जलनिकासी का वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश शुरू की।
बारिश शुरू होते ही बहदुरापुर में सड़क के किनारे रहने वालों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन जलनिकासी के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किया जा रहा है। आरसीसी सड़क निर्माण के समय जिलाधिकारी आवास समेत अन्य अधिकारियों के आवासीय कालोनी से जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई। जबकि सड़क के किनारे करीब 500 मीटर नाली का निर्माण कर पुलिस लाइन मोड़ पर नहर में मिला देने से समस्या हल हो सकती है। इससे बारिश का पानी भी बर्बाद नहीं होगा और न ही जलभराव।
डीएम आटो सेल्स के प्रोपराइटर महेश पांडेय ने अपर जिलाधिकारी से मुलाकात कर जलभराव से निजात दिलाने के लिए नाली निर्माण कराने की मांग की। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ल का कहना है कि बारिश होने पर पानी भर जाता है। लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता को समस्या दूर करने का निर्देश दिया गया है।
जांच में सही मिली शिकायत
बलरामपुर: नगर पालिका के वार्ड नंबर 10 पटेल नगर में बिना काम कराए ही भुगतान करने के सभासद दीनदयाल मोदनवाल के शिकायतों की जांच निर्माण लिपिक व जेई ने की। जांच में आरोप सत्य पाए गए।
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर नगर पालिका ने कार्य कराने का टेंडर निकाला था वह कुछ लोगों की निजी जमीन थी। इसलिए गली में निर्माण कार्य नहीं कराया गया। ईओ अवधेश वर्मा ने बताया कि जितना काम हुआ था उतने का ही भुगतान जेई की संस्तुति पर बनाया गया है। जिस गली में काम नहीं हुआ उसका भुगतान न करने का आदेश लेखाकार को दिया गया है।