एसडीएम ने कमरा बंद कर जेई व विद्युत कर्मियों को पीटा
आक्रोशित अधिकारियों व कर्मचारियों ने थाने में दी तहरीर एसडीएम ने आरोपों को बताया गलत
बलरामपुर: अपने पद का रौब दिखाते हुए उपजिलाधिकारी विनोद सिंह ने विद्युत उपकेंद्र परिसर में अवर अभियंता संतोष मौर्य व कर्मियों को पीट दिया। एसडीएम के इस कृत्य ने प्रशासनिक अधिकारियों की गरिमा को शर्मसार कर दिया है। आक्रोशित अधिकारियों व कर्मचारियों ने थाने में दी तहरीर दी जबकि एसडीएम ने आरोपों को गलत बताया।
वहीं, पीड़ित अवर अभियंता और कर्मियों के समर्थन में बिजली विभाग के अधिकारियों ने थाने में एसडीएम के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
अवर अभियंता ने बताया कि मंगलवार को उपभोक्ताओं से सूचना मिली की बिजली आपूर्ति बाधित है। लाइनमैन की पेट्रोलिग के बाद पता चला कि 11 केवीए का तार अस्पताल के पास टूट जाने से बिजली बाधित है। संविदा कर्मियों की हड़ताल होने के कारण इसे जोड़ने और बिजली आपूर्ति बहाल करने में काफी समय लग गया। इससे आक्रोशित होकर एसडीएम अपने हमराहियों के साथ विद्युत उपकेंद्र पहुंच गए। उन्होंने कमरे में बुलाकर अंदर से बंद कर लिया। अभद्रता करते हुए मारने-पीटने लगे। जान से मारने की धमकी भी दी। वहां मौजूद कर्मियों को भी मारा-पीटा। रौबगालिब करते हुए कंप्लेन रजिस्टर पर जबरन तहसील की बिजली बाधित होने की शिकायत दर्ज कराई।
उधर, एसडीएम का कहना है कि तहसील की बाधित बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए लिखित शिकायत करने के बाद दिन भर फोन करते रहे, लेकिन कर्मियों ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। सात घंटे बीत जाने के बाद भी बिजली कर्मियों ने तहसील कार्यालय की बिजली सही नहीं की। मारपीट करने का आरोप गलत है।
प्रभारी निरीक्षक जयदीप दुबे ने बताया कि तहरीर मिली है। छानबीन कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।