अधूरे हैं पंचायत भवन, घर पर काम निपटाते सहायक
जिले की 800 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। नए भवन नि
बलरामपुर :
जिले की 800 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा है। नए भवन निर्माण के लिए पुराने भवन ढहा दिए गए हैं। इसके लिए 15 से 23 लाख रुपये तक बजट प्रति पंचायत भवन निर्धारित किया गया है। एक दिसंबर से ग्राम पंचायत सहायकों का कार्य शुरू हो गया है। अब तक 350 गांवों में ही निर्माण पूरा होने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में 50 फीसद से अधिक पंचायत सहायकों को कार्यालय का माहौल नहीं मिल पा रहा है।
प्रदेश में पहली बार सभी ग्राम पंचायतों में प्रधानों व किसानों को अपना पंचायत भवन दिलाने की कवायद शुरू की गई है। पंचायत भवन में एक बैठक सभागार, दो कार्यालय कक्ष, कर्मी आवास, बरामदा व शौचालय का निर्माण कराना तय है। पंचायत भवनों में पंचायत सदस्यों को बैठने के लिए स्थान मिलेगा। इसी क्रम में जिले की सभी 800 ग्राम पंचायतों में बजट खपाने की होड़ मच गई है। ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान मिलकर पुराने पंचायत भवनों का नया ढांचा तैयार कर रहे हैं। नथईपुर कुंवर, कैलाशगढ़, कोहड़ौरा, बढ़ईपुरवा, बिथरिया परसपुर व कोइलिहा समेत करीब 350 गांवों में रंग-रोगन के साथ भवन तैयार होने की बात कही जा रही है। जहां पुराने भवन ढहाए गए हैं, वहां मलबे में निकली सामग्री कहां गई। इसका जवाब जिम्मेदारों के पास नहीं है। 15 गांवों में फंसा पेच :
-ग्राम पंचायत भगवानपुर, बांसेडीला, बरांव, बफावां में अब तक समिति की बैठक नहीं हुई है। इस कारण सहायकों के चयन का कार्य अधर में है। कलंदरपुर, गनवरिया, रोवांरी, नंदनगर ठठिया के चयनित पंचायत सहायकों के अभिलेख जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में नहीं पहुंचा है। गैंसड़ी ब्लाक के हरनहवासुस्ता व पचपेड़वा के एक गांव में किसी ने आवेदन नहीं किया। हर्रैया सतघरवा क्षेत्र के शंकरपुर गिरगिटही ग्राम पंचायत में पिछड़ी महिला की जगह पुरुषों ने आवेदन किया है। कमदा गांव में आवेदक नौकरी करने के लिए तैयार नहीं है। रतनवा गांव में आवेदक गुजनी देवी के कागजात संदिग्ध होने के चलते तैनाती नहीं हो सकी है। गनेशपुर भरभरी में आवेदिका की शादी हो जाने से निवास प्रमाणपत्र के अभाव में तैनाती नहीं हो सकी है। फुलवारिया गांव में प्रधान के रुचि न लेने से पंचायत सहायक की तैनाती नहीं हो सकी है। निर्माण में तेजी का निर्देश :
-जिला पंचायत राज अधिकारी नीलेश सिंह का कहना है कि पंचायत भवनों के निर्माण के लिए अलग-अलग 15 से 23 लाख रुपये बजट तय है। जहां पंचायत सहायक की तैनाती नहीं हुई है, वहां जल्द ही चयन किया जाएगा।