धड़ल्ले से हो रही हरे पेड़ों की कटान, पुलिस खामोश
तराई क्षेत्र में हरे पेड़ों की अवैध कटान रुकने का नाम नही
महराजगंज तराई (बलरामपुर) :
तराई क्षेत्र में हरे पेड़ों की अवैध कटान रुकने का नाम नहीं ले रही है। ठंड का मौसम आते ही कटान धड़ल्ले से हो रही है। हरियाली पर आरा चलाकर लकड़कट्टे मालामाल हो रहे हैं। इसमें स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। वन विभाग पेड़ों की कटान रोकने में बेबस साबित हो रहा है।
महाराजगंज बाजार के पास शीशम के हरे पेड़ों की कटान धड़ल्ले से की जा रही है। मंगलवार को खुलेआम पेड़ों के बोटे डनलप पर लादकर ले जाए जा रहे थे। बावजूद इसके पुलिस तमाशबीन बनी रही। वन विभाग के अधिकारी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि जानकारी मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
जंगल से सटे गांवों में चल रही कटर मशीनें
ललिया (बलरामपुर):
सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग के बनकटवा व बरहवा रेंज में जंगल से सटे गांवों में अवैध कटर मशीनें लगी हैं। इन मशीनों पर जंगल से चोरी से काटे गए पेड़ों की लकड़ी का आसानी से पटरा बना देते हैं। दसके बाद वन माफिया उसे शहर पहुंचा देते हैं। वन विभाग जंगलवर्ती क्षेत्र में लगे कटर मशीन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
सोहेलवा जंगल में शीशम, साखू, सागौन व खैर समेत अन्य प्रजाति के पेड़ लगे हैं। पेड़ों की अवैध कटान के कारण जंगल खोखला होता जा रहा है। अवैध कटान की लकड़ी शहरों तक पहुंचाने के लिए वन माफिया नए-नए तरीके निकालते हैं। बनकटवा व बरहवा रेंज के निकट दर्जनों अवैध कटर मशीनें लगी हैं। यहां चिरान कर कारीगर सोफा सेट, बेड, कुर्सी, मेज, खिड़की व दरवाजा आदि बनाकर जिला मुख्यालय सहित लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, गोंडा व बस्ती तक पहुंचा रहे हैं। जंगल में पेड़ों के बूट (जड़) कटान की गवाही देते हैं। राजेश, कमलेश व पिटू का कहना है कि अवैध चिरान करने वालों की सूचना कई बार दी गई, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की। बनकटवा रेंज के वनाधिकारी आरके सिंह का कहना है कि कटान व वन माफिया पर नजर रखी जा रही है। अवैध चिरान करने वालों के खिलाफ छापेमारी कर कार्रवाई की जाएगी।