कृषि कानून व महंगाई के खिलाफ सपाइयों ने हल्ला बोला

तीनों तहसील मुख्यालयों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन एसडीएम को दिया ज्ञापन

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Jul 2021 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 15 Jul 2021 10:36 PM (IST)
कृषि कानून व महंगाई के खिलाफ सपाइयों ने हल्ला बोला
कृषि कानून व महंगाई के खिलाफ सपाइयों ने हल्ला बोला

बलरामपुर: बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने, काला कृषि कानूनों का वापस लेने, सपा सांसद आजम खां व उनके परिवार के लोगों का उत्पीड़न रोकने समेत 25 सूत्री राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तीनों तहसीलों में सपाइयों ने एसडीएम को सौंपा। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर सपाइयों ने महंगाई और पंचायत चुनाव में की गई धांधली का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। बलरामपुर, उतरौला व तुलसीपुर तहसील मुख्यालयों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

पचपेड़वा से राकेश यादव की अगुवाई में नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता बाइक व वाहनों से तुलसीपुर पहुंचे। यहां पुलिस ने सपाइयों को बलरामपुर चौराहा पर रोक लिया। पूर्व मंत्री डा. एसपी यादव ने यहीं पर सभा शुरू कर दी। कहाकि पंचायत चुनाव में जनता ने भाजपा को नकार दिया है। जिला पंचायत सदस्य में भाजपा को सिर्फ छह सीटें मिली। सत्ता के बल पर ब्लाक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने का जवाब 2022 में जनता देगी।

तहसील गेट पर पूर्व मंत्री वसीम खां, डा. भानू तिवारी, पूर्व विधायक मशहूद खां, पूर्व ब्लाक प्रमुख शफीक अहमद, मुशीर पप्पू, रवींद्र प्रताप सिंह ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते मूल्यों को रोकने समेत अन्य मांगों का ज्ञापन एसडीएम विनोद कुमार सिंह को दिया। निवर्तमान जिलाध्यक्ष रामनिवास मौर्य, ओंकार पटेल, संजय यादव, शाहिद खां, राजेश्वर मिश्र, शफीउल्ला खां, अभिजीत पाल सिंह, मोहम्मद यूसुफ खां, नूरुल हसन, मोहम्मद आरिफ खान, कन्हैया लाल मौजूद रहे। बलरामपुर पूर्व विधायक जगराम पासवान की अगुवाई में सपाइयों ने एसडीएम एके गौड़ को मांग पत्र दिया।

उतरौला में पूर्व विधायक अनवर महमूद खां के नेतृत्व में एसडीएम डा. नागेंद्र नाथ यादव को ज्ञापन दिया। इससे पूर्व तहसील गेट की ओर नारेबाजी करते हुए बढ़ रहे सपाइयों को पुलिस बल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे पर रोक लिया। डा. एहसान खां ने कहाकि सांसद आजम खां अस्वस्थ हैं। सरकार उनका इलाज कराने के बजाए उनको अस्पताल से जेल भेज दिया है। सरकार जान कर उनकों जेल में बंद किए है। इलाज के लिए उनको जेल से बाहर किया जाए। कहाकि 2022 में जनता इसका जवाब गद्दी से उतारकर भाजपा को देगी।

डा. अजीज खां, एजाज मलिक, महेश यादव, बहलोल नियाजी, रघुनाथ सिंह, अतीक अहमद खां, राम सुमिरन मौर्य, सुरेश यादव ने अपनी बात कही।

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