विवेचनाओं के बोझ से हांफ रही खाकी, 325 लंबित

संगीन धाराओं के 42 मुकदमों का नहीं पटाक्षेप पुलिस की कार्यशैली पर सवाल

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 10:30 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 10:30 PM (IST)
विवेचनाओं के बोझ से हांफ रही खाकी, 325 लंबित
विवेचनाओं के बोझ से हांफ रही खाकी, 325 लंबित

बलरामपुर: जिले में 14 थाने हैं। सभी थानों में करीब 325 विवेचनाएं लंबित हैं। इनमें 42 केस ऐसे हैं, जो 90 दिन के अंदर ही निस्तारित हो जाने चाहिए। यह 42 केस लूट, हत्या, डकैती, दुष्कर्म व दहेज हत्या जैसे संगीन धाराओं के हैं। जबकि सामान्य मुकदमों की विवेचनाएं 60 दिन के अंदर ही पूरी हो जानी चाहिए। 283 केस सामान्य श्रेणी में हैं।

उधर, पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक खाकी का इकबाल बुलंद करने के लिए नियमित रूप से थानों का निरीक्षण कर ला एंड आर्डर मजबूत करने की हिदायत दे रहे हैं। गत दिनों पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोंडा डा. राकेश सिंह ने भी जिले का भ्रमण कर मातहतों के पेच कसे।

यूं तो जिले की पुलिस नित नवीन प्रयोगों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है। पर्यावरण की रखवाली, प्रौढ़ शिक्षा अभियान समेत अन्य सामाजिक सरोकारों में भी खाकी की अग्रणी भूमिका रही है। इतना सब होने के बाद भी थानों पर लंबित मामले कहीं न कहीं खाकी की कार्यशैली पर अंगुली उठा रहे हैं। जिले में सर्वाधिक मामले जमीन विवाद व कब्जेदारी के लंबित हैं। इसके निस्तारण के लिए थाना समाधान दिवस व संपूर्ण समाधान दिवस में भी सुनवाई होती है, लेकिन विवेचना पूरी नहीं हो पाती। इसके अलावा चोरी के मामलों का राजफाश करने में भी पुलिस को पसीने छूट रहे हैं। गत दिनों तुलसीपुर थाना क्षेत्र में आए दिन चोरी की ताबड़तोड़ घटनाएं हुईं हैं। इनमें से एक का भी राजफाश पुलिस नहीं कर पाई है।

लंबित संगीन मामले:

-लूट : 03

-हत्या : 04

-दहेज हत्या : 07

-दुष्कर्म : 02

-अन्य : 26 सक्रिय है पुलिस:

जिले के सभी थानों की पुलिस सक्रिय है। थानों पर आने वाले सभी मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाया जाता है। कुछ मामले ऐसे होते हैं, जिनका निस्तारण करने में समय लग जाता है। अपराध व अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस 24 घंटे तत्पर है। जो भी विवेचनाएं लंबित हैं, उनका शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा।

-हेमंत कुटियाल, एसपी

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