10 हजार की आबादी को दूषित जलापूर्ति
नेपाल सीमा से सटे गांवों को नहीं नसीब शुद्ध पानी छोटे नलों पर निर्भरता की मजबूरी
बलरामपुर: जलजनित रोगों से बचाने के लिए गांवों में हर घर नल से जल योजना संचालित है। योजना के तहत ग्रामीणों को ओवरहेड टैंक से पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों खर्च किया गया, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण योजना फेल साबित हो रही है। पाइपलाइन से भी गंदा पानी आने की शिकायत ग्रामीणों ने की है।
दृश्य एक: नेपाल सीमा से सटे क्षेत्र जरवा में बने ओवरहेड टैंक से थारू बाहुल्य गांव उत्तरी मचड़ी, दक्षिणी मचड़ी, टिकुइया, बालापुर व नेवलगढ़ आदि गांवों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई थी। कुछ दिन तो इससे लोगों को पानी मिला, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण पिछले नौ माह से करीब 10 हजार की आबादी शुद्ध पेयजल के लिए तरस रही है। पाइप लाइन से पानी आना बंद हो गया।
वहीं, गांव में अधिकांश इंडिया मार्का हैंडपंप खराब है, जिससे लोगों की छोटे नल पर निर्भरता की मजबूरी है। मचड़ी निवासी रामलाल मौर्य ने बताया कि पाइपलाइन शुरू कराने की शिकायत की गई, लेकिन समस्या का निराकरण अब तक नहीं हुआ।
दृश्य दो: जंगल से सटे गांव विशुनपुर में भी ओवरहेड टैंक से पाइप लाइन के माध्यम से करीब आठ गांव में आपूर्ति देने का दावा विभाग करता है, लेकिन विशुनपुर कला गांव के अतिरिक्त अन्य गांवों में पानी नहीं पहुंच रहा है। लुधौरी निवासी फखरुद्दीन कहते हैं कि कभी-कभार पानी आता भी है तो, इतना गंदा होता है कि पीने लायक नहीं रहता। पेयजल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
दृश्य तीन: तुलसीपुर से सटे ग्राम गनवरिया में काफी मशक्कत के बाद ओवरहेड टैंक के माध्यम से गांव में आपूर्ति बहाल कर दी गई। पानी गंदा आने के कारण लोग इसे पीने के काम में नहीं लेते हैं। ग्राम प्रधान नसीम खान ने बताया कि पानी आपूर्ति शुरू कर दी गई है, लेकिन पीने योग्य नहीं है। लाखों खर्च होने के बाद भी शुद्ध पेयजल का सपना पूरा नहीं हो सका। इसी तरह ग्राम लौकहवा में भी ओवरहेड टैंक बनाकर पाइप लाइन से पानी देने का दावा किया जा रहा है, लेकिन छह माह से यह टैंक जलापूर्ति की बाट जोह रहा है। अब तक घरों में आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। इसको लेकर अधिकारी गंभीर नहीं है।
नहीं मिली शिकायत:
अधिशासी अभियंता जल निगम मनोज सिंह का कहना है कि गंदा पानी आने की शिकायत नहीं मिली है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।