कंदैला गांव में दो बच्चियों की बुखार से गई जान, छह बीमार

सीएमओ ने सीएचसी शिवपुरा का किया निरीक्षण दो डाक्टर समेत सात का रोका वेतन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 10:34 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 10:34 PM (IST)
कंदैला गांव में दो बच्चियों की बुखार से गई जान, छह बीमार
कंदैला गांव में दो बच्चियों की बुखार से गई जान, छह बीमार

बलरामपुर: बलरामपुर : शिवपुरा के फुलवरिया गांव में दो मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। सोमवार को सीएमओ की नाराजगी के बाद गांव में अफसरों की चहलकदमी तेज हो गई है। मंगलवार को भी महराजगंज तराई क्षेत्र के रुद्रपुर कंदैला गांव में बुखार से दो बच्चियों की जान चली गई। जबकि बुखार से पीड़ित पांच बच्चों का इलाज चल रहा है।

वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए सीएमओ डा. सुशील कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरा का निरीक्षण किया। अस्पताल में भारी अव्यवस्था मिलने पर नाराजगी जाहिर की। निरीक्षण के दौरान दो डाक्टर सहित सात कर्मचारियों के अनुपस्थित मिलने पर वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है।

यहां बुखार के मरीज:

महराजगंज तराई: क्षेत्र के रुद्रपुर कंदैला गांव निवासी अवधेश यादव ने बताया कि उसकी तीन वर्षीया पुत्री अंकिता व भाई रामविलास की पुत्री सलोनी को दो दिन पहले तेज बुखार हुआ था। मंगलवार को दोनों की मौत हो गई। इसी गांव के फरहत, नौवाद, नसीर, इरफान, चिकने, छोट्टन बीमार हैं। गांव में ही प्राइवेट डाक्टर से बच्चों का इलाज कराया जा रहा है। चिकने का इलाज जिला मुख्यालय पर निजी अस्पताल में चल रहा है।

तुलसीपुर सीएससी अधीक्षक डा. सुमत सिंह चौहान ने बताया कि जानकारी मिली है। स्वास्थ्य टीम भेजी जा रही है।

बिना सूचना कई दिन से गायब चिकित्सक:

सीएचसी शिवपुरा में निरीक्षण के दौरान चारों तरफ गंदगी पाई गई। अभिलेख व उपकरणों का रखरखाव भी सही नहीं मिला। डा. रिजवान, डा. आमिर, एलटी सुगंधराज, लैब टेक्नीशियन राम लखन चौधरी, नेत्र सहायक सैय्यद सालिब हुसैन, चीफ फार्मासिस्ट ईश्वरी प्रसाद उपाध्याय व स्वीपर राजेश नदारद थे। दोनों डाक्टरों के संबंध में बताया गया कि यह लोग बिना किसी सूचना के कई दिनों से अस्पताल नहीं आ रहे हैं। स्वीपर भी गायब रहता है। नेत्र सहायक की बीमारी के बाबत कोई भी प्रार्थना पत्र मौके पर नहीं मिला। अस्पताल से गायब दोनों डाक्टरों सहित सभी कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया है। इन लोगों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

मांगा गया स्पष्टीकरण:

सीएमओ ने बताया कि सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। प्रसूताओं को भोजन नहीं नसीब है। अधीक्षक की मनमानी के चलते लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। सीएचसी अधीक्षक प्रणव पांडेय से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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