बालक-बालिका की मौत, छह बच्चे बीमार
स्वास्थ्य टीम ने गांव पहुंचकर बांटी दवाएं आशा व सफाईकर्मी पर लगाया लापरवाही का आरोप
बलरामपुर: फुलवरिया गांव में 24 घंटे के भीतर दो घरों के एक-एक बालक व बालिका की मौत हो गई जबकि छह बच्चे अब भी बीमार हैं। ग्रामीण मौत का कारण उल्टी व दस्त बता रहे हैं जबकि स्वास्थ्य टीम ने बुखार, खांसी व दस्त से पीड़ित बता रहे हैं। वहीं, टीम ने बीमार बच्चों इलाज शुरू कर दिया है। साथ ही बच्चों के परिवारजन को दवाएं देकर उन्हें सफाई पर अधिक ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
फुलवरिया गांव निवासी रामचरन ने बताया कि रविवार की रात उसके पुत्र प्रिस कुमार की हालत उल्टी, दस्त के चलते बिगड़ गई। आधे घंटे के अंदर बच्चे की मौत हो गई। उसके दूसरे बेटे सनीदेवल की हालत नाजुक है।
वहीं, इसके पूर्व शनिवार की शाम गांव के छागुरू कुमार की दो वर्षीय पुत्री गौरी की मौत भी उल्टी व दस्त से हो गई है। गांव में अब भी ननकई, आरती, मंजू, बबिता, मंगरे, छोटकऊ बीमार है। ग्रामीण अमरेश, ननके, हनुमान, सहजराम, अलखराम आदि ने बताया कि तीन दिनों से डायरिया फैला है। आशा ने बीमारी की सूचना अस्पताल को नहीं दी। उन्होंने स्वयं सूचना दी तो स्वास्थ्य टीम गांव में पहुंची।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुरा अधीक्षक डा. प्रणव कुमार पांडेय का कहना है कि दोनों बच्चे काफी दिन से बुखार व खांसी से पीड़ित थे। इनका इलाज परिवार वाले किसी झोलाछाप से करा रहे थे। समय से इलाज न मिलने के कारण उनकी हालत गंभीर हो गई। गांव में अन्य जो बच्चे बीमार हैं, उनमें खांसी, बुखार के अलावा दस्त की शिकायत है। स्वास्थ्य टीम ने गांव में जरूरतमंदों को दवाएं दी हैं। गांव में लगातार नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि घरों के आसपास सार्वजनिक रास्ते पर गंदगी की भरमार है। तैनात सफाई कर्मी साफ-सफाई करने गांव नहीं आता है।