महिला प्रधान के हमलावरों का नहीं सुराग, पुलिस खाली हाथ
लखनऊ में जिदगी-मौत के बीच झूल रही फूलकुंवरि चुनाव के अलावा नहीं थी किसी से रंजिश
बलरामपुर: सदर ब्लाक के सिरिया गांव की प्रधान फूल कुंवरि पर प्राणघातक हमला करने वालों का सुराग चार दिन बाद भी नहीं लग सका है। जानलेवा हमले में सिर के आरपार सुराख होने से फूल कुंवरि कोमा में है, जिसका इलाज लखनऊ में चल रहा है। महिला प्रधान जिदगी-मौत से लड़ रही है, लेकिन उस पर हमला करने वाले खुले आसमान के नीचे घूम रहे हैं। हवा में हाथ-पैर मार रही पुलिस को आरोपितों तक पहुंचने में पसीने छूट रहे हैं।
नगर कोतवाली क्षेत्र के सिरिया गांव में एक अक्टूबर की आधी रात को स्वजन की मौजूदगी में अनुसूचित जाति की महिला प्रधान पर जानलेवा हमला कर दिया गया। सिर के आरपार सुराख हो गया, लेकिन बगल में सो रहे पति व बेटी को भनक न लगी। जख्म देखकर फायरिग की आशंका जताई जा रही है, लेकिन गोली की आवाज न होना और मौके पर कारतूस न मिलना अबूझ पहेली बना है।
चुनाव के अलावा नहीं थी कोई रंजिश:
फूलकुंवरि के पति रामसागर का कहना है कि उसकी गांव में किसी से कोई रंजिश नहीं है। गांव में उसका गरीब साधारण परिवार कच्चे मकान में गुजर-बसर करता है। हालांकि प्रधानी का चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के सम्मान को उसकी जीत से ठेस जरूर लगी थी। हमलावर ने बड़ी सफाई से घर में घुसकर फूलकुंवरि पर प्राणघातक हमला किया और फरार हो गया। महिला प्रधान की चीख पर पहले बेटी फिर पति की आंख खुली। घायल प्रधान कुछ बोल नहीं पा रही थी। अब सवाल यह है कि क्या फूलकुंवरि ने हमलावरों को देखा था। यदि हां, तो उसके होश में आने के बाद ही पहचान हो सकती है। पुलिस भी थक-हारकर फूल कुंवरि के होश में आने की राह देख रही है।
जल्द गिरफ्तार होगा दोषी:
नगर कोतवाल संजय कुमार दुबे का कहना है कि अभी महिला प्रधान का इलाज चल रहा है। हमला किसने और क्यों किया, इसके बारे में कुछ बता पाना संभव नहीं है। फिलहाल छानबीन की जा रही है। जो भी दोषी है, वह जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होगा।