बाबुओं के साथ एंबुलेंस कर्मियों ने शुरू की हड़ताल

तबादले के विरोध में स्वास्थ्य विभाग में लिपिकों के कार्य

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 11:19 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:19 PM (IST)
बाबुओं के साथ एंबुलेंस कर्मियों ने शुरू की हड़ताल
बाबुओं के साथ एंबुलेंस कर्मियों ने शुरू की हड़ताल

बलरामपुर : तबादले के विरोध में स्वास्थ्य विभाग में लिपिकों के कार्य बहिष्कार के साथ ही अब एंबुलेंस कर्मियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है। अस्पतालों में जन्म व स्वास्थ्य प्रमाण पत्र आदि न मिलने से लोग पहले से ही परेशान हैं। अब अपनी मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मियों ने भी धरना शुरू कर दिया। तीन दिन तक धरना देने के बाद एंबुलेंस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे जिससे एंबुलेंस सेवाएं ठप हो जाएंगी। ऐसे में मरीज अस्पताल भी नहीं पहुंच पाएंगे।

जीवनदायिनी स्वास्थ्य सेवा एंबुलेंस कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिला संयुक्त अस्पताल में एंबुलेंस कर्मियों ने धरना दिया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा का संचालन अब जीवीके ईएमआरआइ के बजाय जिगित्सा हेल्थ केयर लिमिटेड को दे दिया है। नई कंपनी अब भर्ती में 20 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट मांग रही है। जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आज से शुरू हुआ धरना तीन दिन चलेगा। 25 जुलाई के बाद उनकी सुनवाई नहीं हुई तो 26 जुलाई को पूरे प्रदेश में चक्का जाम किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में संगठन मंत्री सूरज पांडेय, कोषाध्यक्ष राजेंद्र तिवारी, उपाध्यक्ष राजकुमार, रमाशंकर सिंह शामिल रहे। लिपिकों के कार्य बहिष्कार पर सख्ती का फरमान :

दूर तबादले को लेकर आंदोलनरत लिपिकों पर अब सरकार सख्त रवैया अपनाने जा रही है। शासन से सख्ती देख दो दिनों तक कार्य बहिष्कार व हड़ताल कर रहे लिपिक भी अब आंदोलन को ठंडा करने में जुट गए हैं। निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशासन डा. राजा गणपति आर ने यूपी मेडिकल एवं पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कहा है कि स्थानांतरण के विरोध में लिपिकीय सवंर्ग कार्य बहिष्कार कर रहा है जो शासन के दिशा निर्देशों के विपरीत है। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीपी सिंह का कहना है कि शासन के निर्देशों का पालन कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी