800 ग्राम पंचायतों के खातों में 50 करोड़, शपथ का इंतजार
पंचम व 15वें वित्त आयोग से उपलब्ध है रकम सैनिटाइजेशन और सफाई पर खर्च हो रही धनराशि।
त्रिपुरारी शंकर तिवारी, बलरामपुर
ग्राम पंचायतों का खजाना भरा है। 800 ग्राम पंचायतों में 50 करोड़ रुपये हैं। सचिवों के माध्यम से कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए गांवों में सैनिटाइजेशन और सफाई पर रकम खर्च की जा रही है। नवनिर्वाचित प्रधानों को अभी शपथ का इंतजार है।
पंचम वित्त व 15वें वित्त आयोग से गांव के विकास के लिए पूर्व में बजट दिया गया था। इसी बीच पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई। प्रशासक तैनात कर दिए गए। मनमानी खर्च पर अंकुश लग गया। अब नए सिरे से गांवों में बजट खर्च करने की कवायद चल रही है। पंचम वित्त के बजट से प्रधानों का मानदेय, अहेतुक सहायता देने के साथ ही पक्का निर्माण, पंचायत भवन व आंगनबाडी केंद्र भवन एवं मरम्मत कार्य पर करा सकते हैं। जबकि 15 वें वित्त का 50 प्रतिशत धनराशि हैंडपंप, नाली, खड़ंजा, स्वच्छता समेत अन्य मरम्मत कार्यों पर खर्च किया जाता है। 50 फीसद प्रशासनिक मद में व्यय करने का नियम है। वर्तमान समय में गांवों में कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सैनिटाइजेशन और सफाई का विशेष अभियान चल रहा है। सफाई के लिए श्रमिक भी लगाए गए हैं। सेवरहा गांव में सफाई कराया गया। ग्रामीणों को कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया है।
गांव में चल रहा सफाई अभियान :
जिला पंचायत राज अधिकारी नीलेश प्रताप सिंह का कहना है कि पंचम वित्त व 15वां वित्त आयोग का करीब 50 करोड़ रुपये ग्राम पंचायतों के पास है। इससे सफाई व सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण संबंधित कोई आदेश अब तक नहीं मिला है।