वाह रे किचेन गार्डेन! उत्पादन होना था सब्जी, उगाई घास

जागरण संवाददाता नगरा (बलिया) सरकार की मंशा बहुत दुरुस्त थी। स्कूल परिसर में ही सब्जी उ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:55 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:55 PM (IST)
वाह रे किचेन गार्डेन! उत्पादन होना था सब्जी, उगाई घास
वाह रे किचेन गार्डेन! उत्पादन होना था सब्जी, उगाई घास

जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : सरकार की मंशा बहुत दुरुस्त थी। स्कूल परिसर में ही सब्जी उगाई जाए। इसमें रासायनिक पदार्थों का कम से कम इस्तेमाल हो। जो सब्जी पैदा की जाए, उसका मध्याह्न भोजन में प्रयोग हो। इसे ग्रहण कर विद्यार्थी स्वस्थ और तंदुरुस्त होकर अध्ययन करें। इसके लिए जिले के हर स्कूल में 15 हजार रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन धरातल पर योजना का बंटाधार हो गया।

नगरा के जिन प्राथमिक विद्यालयों में किचेन गार्डेन बनाया गया था, वहां पर अब घास उग आई है। जिम्मेदारों की उदासीनता और लापरवाही से किचेन गार्डेन का सत्यानाश हो चुका है। बच्चों को हरी सब्जी परोसने की मंशा पर पानी फिर चुका है। कहीं पर तो किचेन गार्डेन में लगे सीमेंट के पिलर भी उखड़ गए हैं। वह जमीन पर गिर चुके हैं। इसके घेरे में लगे कटीले तार भी खराब होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। बता दें कि प्रति किचेन गार्डेन के लिए धनराशि का भुगतान विद्यालय प्रबंध समिति के खाते से ठेकेदार को हो चुका है। नगरा में 139 प्राथमिक व 31 कंपोजिट विद्यालय हैं। प्राथमिक विद्यालयों के परिसर में किचेन गार्डेन का निर्माण किया गया है लेकिन लगभग सभी जगह स्थिति बदतर हो चुकी है।

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कोरोना महामारी के चलते विद्यालय बंद थे। इधर विद्यालय खुले तो मौसम खराब हो गया। किचेन गार्डेन में सब्जी उगाने के लिए प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं। - निर्भय नारायण सिंह, बीईओ, नगरा।

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