बुखार कैसा भी हो, पूरी सतर्कता जरूरी
बुखार कैसा भी हो पूरी सतर्कता जरूरी है। बुखार आने के साथ ही को
जागरण संवाददाता, बलिया: बुखार कैसा भी हो, पूरी सतर्कता जरूरी है। बुखार आने के साथ ही कोरोना की जांच कराएं । इससे भी पहले जैसे ही आपको शरीर में दर्द, जुकाम, खांसी या फिर बुखार के लक्षण महसूस हों, सबसे पहले खुद को आईसोलेट कर लें। आपका यह कदम आपके करीबियों को संक्रमण से बचाने में मदद करेगा। आइसोलेशन का यह मतलब भी नहीं है कि परिजन मरीज की सुध ही न लें। ऐसा करना, कई बार मनोबल तोड़ने का कारण बन सकता है और मनोबल टूटने पर कोई बीमारी अपना वेग बढा देती हैं। मरीज से एक सुरक्षित दूरी पर रहकर मिलें। पास जाने पर मॉस्क अवश्य लगाएं। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि कोरोना टेस्ट कराने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बिल्कुल न घबराएं। शरीर में यूं तो ऑक्सीजन का सेच्यूरेशन 100 फीसदी होना चाहिए लेकिन यह 94 से लेकर 98 के बीच रहना भी अच्छा माना जाता है। श्वसन से जुड़े व्यायाम जारी रखना बेहतर होता है।