फेफना में बनाएंगे प्लांट, तभी होगा एनएच का काम
राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की मरम्मत को लेकर चार साल से लोग परेशान हैं
जागरण संवाददाता, बलिया : राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की मरम्मत को लेकर चार साल से लोग परेशान हैं। रह-रहकर आंदोलन भी होते हैं। इसके बावजूद मरम्मत कार्य में तेजी नहीं आ रही है। विभाग मरम्मत के लिए सड़क मार्ग से गिट्टी लाने में दिक्कत की बात कह रहा है। योजना है कि अब ट्रेन की रैक से गिट्टी फेफना तक लाई जाएगी। वहीं प्लांट स्थापित किया जाएगा, उसके बाद एनएच-31 की मरम्मत का कार्य किया जाएगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के किमी 405.300 गाजीपुर से किमी 535.300 मांझी घाट बलिया तक 130 किमी के संपूर्ण भाग के रखरखाव और मरम्मत के लिए जयपुर राजस्थान की कंपनी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के मुख्यालय दिल्ली से यह कार्य हस्तानांतरित किया गया है। कार्य स्वीकृति 15 जून 2020 को मिली थी। कार्य अवधि एक साल और बजट 102 करोड़ है। स्वीकृति मिलने के बाद आठ माह तो यूं ही गुजर गए, अब चार महीने में 130 किमी कार्य यह कंपनी कैसे करेगी, सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
बोले तकनीकी प्रबंधक-अप्रैल तक बैरिया के लोगों को मिलेगी राहत
एनएचएआइ के तकनीकी प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब संबंधित कंपनी के पास चार माह का समय बचा है। यह कंपनी जब तक गाजीपुर और बलिया के मांझी घाट दोनों तरफ कार्य तेजी से नहीं लगाती, कोई भुगतान नहीं किया जाएगा। कंपनी फेफना में अपना प्लांट स्थापित कर तेजी से काम करेगी। इसकी तैयारी तेजी से चल रही है। रैक से गिट्टी आने के बाद बेलहरी से मांझी घाट तक 30 किमी में 100 फीसद खराब एनएच का कार्य पहले होगा। इसके बाद गाजीपुर तक 130 किमी का कार्य मानसून आने तक होता रहेगा।