ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम, शहर में घंटों जाम

दो दिनों की बंदी के बाद सोमवार को खुले सरकारी कार्यालय व बाजार से

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 06:24 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 06:24 PM (IST)
ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम, शहर में घंटों जाम
ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम, शहर में घंटों जाम

जागरण संवाददाता, बलिया : दो दिनों की बंदी के बाद सोमवार को खुले सरकारी कार्यालय व बाजार से सड़कों पर जाम लग गया। इससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। चित्तू पांडेय से मालगोदाम मुख्य मार्ग सहित विशुनीपुर चौराहा, कासिम बाजार चौराहा, सिविल लाइन क्षेत्र जाम की चपेट में आ गए। बारिश के बाद निकली तीखी धूप से लोग बिलबिला गए। सिविल लाइन क्षेत्र से आने वाले ओवर ब्रिज पर सैकड़ों वाहन फंस गए। इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई।

सुबह दस बजे से ही चौराहों पर जाम की स्थिति बननी शुरू हुई। वाहनों के जल्दी निकलने की होड़ में चित्तू पांडेय चौराहा बुरी तरह जाम की चपेट में आ गया। इसके चलते स्टेशन रोड पर वाहन फंस गए। इसी बीच क्रासिग गिर जाने से समस्या और जटिल हो जा रही थी। शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बनाए गए वन-वे के नियम ध्वस्त हो गए। देखते ही देखते जगदीशपुर तिराहा, सिविल लाइन पर भी वाहन फंसने लगे। कुछ ही देर में ओवर ब्रिज पर वाहन के पहिए ठहर गए। इस दौरान कई बार आगे निकलने की होड़ में वाहन चालक उलझते भी रहे। पुलिस के जवान जूझते रहे। दोपहर बाद यातायात व्यवस्था ठीक हो पाई। यातायात निरीक्षक सुरेश चंद्र द्विवेदी बताया कि मुंडन संस्कार व मांगलिक कार्यक्रमों के चलते अधिक वाहन आए हुए थे। दो दिनों बाद बाजार खुलने से भीड़ ज्यादा हो गई। टूटी सड़कें भी कम जिम्मेदार नहीं :

शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त होने के लिए टूटी सड़कें भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। वहीं पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण बाजारों में आने वाले वाहन सड़क पर ही खड़े होते हैं। ऐसे में जाम का एक कारण यह भी होता है। दुकानों के सामने जैसे-तैसे बाइक व चार पहिया वाहन खड़े होने से मुश्किलें और बढ़ जाती हैं।

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