उड़ गए टीनशेड, दिखने लगा सब्जबाग

कोरोना संक्रमण के दौर में नदियों में शव मिलने के बाद पंचा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 06:48 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:48 PM (IST)
उड़ गए टीनशेड, दिखने लगा सब्जबाग
उड़ गए टीनशेड, दिखने लगा सब्जबाग

जागरण संवाददाता, नगरा ( बलिया) : कोरोना संक्रमण के दौर में नदियों में शव मिलने के बाद पंचायत स्तर पर बने शवदाह गृहों को लेकर बहस छिड़ गई है। अधिकांश शवदाह गृहों की स्थिति बदतर है। इसी तरह ताड़ीबड़ागांव का अंत्येष्टि स्थल बदहाली का शिकार होकर शोपीस बन गया है। इसका वर्ष 2015-16 में निर्माण हुआ था। गांव से एक किलोमीटर दूर स्थित इस शवदाह गृह में कोई शव जलाने जाता नहीं है। असुविधाओं को देखते हुए ग्रामीणों ने गांव के पूरब एक बगीचे को ही शवदाह स्थल बना दिया है। कोरोना काल में इस बगीचे में दो दर्जन से भी अधिक शव जलाए गए हैं। सच तो यह है कि चाहे वह ताड़ीबड़ागांव का अंत्येष्टि स्थल हो या मलपहरसेनपुर दोनों के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। ताड़ीबड़ागांव के अंत्येष्टि स्थल पर कोई सुविधा नहीं है। परिसर झाड़-झंझाड़ से पट गया है। एक मात्र हैंडपंप खराब पड़ा है। स्टोर रूम से लगायत शौचालय व बाथरूम भी काम के नहीं रह गए हैं। शवदाह स्थल का टीनशेड तेज आंधी में उड़ चुका है। गांव से काफी दूर होने व कोई सुविधा न होने से कोई शव लेकर वहां जाता ही नहीं है। कुछ यही स्थिति मलपहरसेनपुर अंत्येष्टि स्थल की है। यहां भी परिसर में काफी गंदगी है। निर्माण कार्य भी अधूरा है। पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। क्या हैं मानक

अंत्येष्टि स्थल पर दो टीनशेड जिसमें एक शवदाह स्थल व एक विश्राम स्थल का निर्माण किया जाता है। इसके अलावा एक स्टोर रूम व एक शौचालय व एक स्नान गृह का निर्माण किया जाता है। पानी के लिए हैंडपंप भी लगाया जाता है। स्थल तक आने जाने के लिए रास्ते का निर्माण भी किया जाता है।

कितनी है लागत

वर्ष 2015-16 व 2016-17 में निर्मित अंत्येष्टि स्थल के निर्माण पर 12 लाख रुपये शासन ने स्वीकृत किए थे। इस धनराशि से रास्ते का निर्माण, शवदाह स्थल, विश्राम स्थल, स्टोर रूम, स्नान गृह, शौचालय व बाउंड्री का निर्माण किया गया है। अंत्येष्टि स्थल निर्माण में हुई अनियमितता की जांच कराई जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई होगी। स्थल पर जो भी कमियां होंगी उन्हें सचिवों से दूर कराया जाएगा।

-- प्रमोद कुमार सिंह, एडीओ पंचायत, नगरा।

क्या कहतें हैं ग्रामीण-

अंत्येष्टि स्थल का निर्माण गांव से काफी दूर कराया गया है। वहां कोई सुविधा भी नहीं है। साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। निर्माण कार्य में काफी बंदरबांट किया गया है।

--श्यामनारायण सिंह अंत्येष्टि स्थल के निर्माण में काफी घपला किया गया है। यह गांव से एक किलोमीटर दूर है। कोई सुविधा नहीं है। रास्ते का अभाव है। इसी के चलते कोई शव जलाने वहां नही जाता है।

--रामजियावन यादव

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