बिजली घर 'फ्यूज', एक लाख की आबादी को झटका
विकास खंड पंदह अंतर्गत ग्राम पंचायत पहराजपुर में विद्युत सब स्टे
जागरण संवाददाता, पूर (बलिया) : विकास खंड पंदह अंतर्गत ग्राम पंचायत पहराजपुर में विद्युत सब स्टेशन को दो वर्ष पूर्व ही चालू हो जाने की मिली हरी झंडी अब तक हवा-हवाई सिद्ध हो रही है। मौके पर भवन तो बनकर तैयार हो गया लेकिन विद्युत सप्लाई के लिए तकनीकी सुविधा उपलब्ध न होने से इसका लाभ इलाकाई लोगों को नहीं मिल रहा है। लगभग 50 से अधिक गांवों की एक लाख आबादी इंजीनियरों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रही है। आधा-अधूरा निर्माण कार्य से लोगों में रोष है।
बता दें कि सब स्टेशन का निर्माण 14 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ। शिलान्यास के समय बिजली विभाग ने घोषणा की थी कि सब स्टेशन मार्च 2019 से चालू हो जाएगा लेकिन निर्माण कार्य अधर में लटका है। मौके पर संबंधित भवन बनकर तैयार है, जबकि करमौता ट्रांसमिशन से पहराजपुर सब स्टेशन तक 11 हजार वोल्ट की लाइन आनी है। उसके खंभे व तार एकइल से करमौता तक अभी लगने हैं। इधर जो खंभे गड़े हुए थे, पिछले साल आई तेज आंधी के चलते दो दर्जन पोल टूटकर नीचे पड़े हुए हैं। सब स्टेशन के लिए भवन में अब तक मशीनें नहीं लग पाई हैं। क्षेत्रीय लोगों ने मांग की है कि तत्काल सब स्टेशन को चालू किया जाए ताकि बिजली समस्या से निजात मिल सके।
ये हैं प्रभावित गांव
पूर, पकड़ी, जगदरा, पहराजपुर, जलालपुर, चकमोती, सोनाडीह, सरया, पकड़ी, चकजिया, चकिया, सहूलाई, नेहरू नगर, उकछी, मिस्त्रौली, गढ़मलपुर, बनकटा, सलेमपुर, अहिरौला, जगोसरा, प्रसादपुर, मठिया, उससा, मोहित के पूरा, बंजारी सरया, खवासपुर, ठोहिल पाली आदि। रतसर उपकेंद्र से आए दिन बाधित रहती बिजली
अभी रतसर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े इन गांवों को लंबी दूरी होने, ओवरलोड व जर्जर तार के चलते पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाती। आए दिन फाल्ट के कारण आपूर्ति बाधित होने से ग्रामीणों को खेती किसानी के साथ ही कई कठिनाई झेलनी पड़ती है। कभी कभी तो लगातार दो-तीन दिन तक आपूर्ति ठप हो जाती है।