..तो क्या डीएम के फर्जी आदेश पर हो रही ग्रामीणों से वसूली?

सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के प्रति जन जागरुकता पैदा करने के लिए बकायदा अभियान चलाया जाता है। इसमें वॉल राइ¨टग, स्लोगन, नुक्कड नाटक व हस्ताक्षर अभियान शामिल है। लगभग हर सरकारी योजनाओं को कमीशन की भेंट चढ़ाने वाले हर जगह कमाई का जुगाड़ खोज ही लेते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 05:40 PM (IST)
..तो क्या डीएम के फर्जी आदेश पर हो रही ग्रामीणों से वसूली?
..तो क्या डीएम के फर्जी आदेश पर हो रही ग्रामीणों से वसूली?

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का लोगो लगाएं

फर्जी फरमान

-------------------

- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का स्लोगन लगाने के लिए ले रहे 40 रुपए

- बीडीओ के आदेश पर प्राइवेट ठेकेदार के लोग वसूल रहे रकम

- तथाकथित फरमान का हवाला देकर बीडीओ ने जारी किया आदेश जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के प्रति जन जागरूकता पैदा करने के लिए बाकायदा अभियान चलाया जाता है। इसमें वॉल राइ¨टग, स्लोगन, नुक्कड़ नाटक व हस्ताक्षर अभियान शामिल है। लगभग हर सरकारी योजनाओं को कमीशन की भेंट चढ़ाने वाले हर जगह कमाई का जुगाड़ खोज ही लेते हैं। हाल में एक ऐसा ही मामला स्थानीय तहसील के टुगंनिया गांव में देखने को मिला जहां भ्रूण हत्या के विरोध में चलाए जा रहे 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत घर-घर लगाये जाने वाले स्लोगन के लिए जमकर वसूली की जा रही है।

बाकायदा बीडीओ का निर्देश पत्र दिखाकर भोले-भाले ग्रामीणों से प्रति स्लोगन 40 रुपए की वसूली हो रही है। गांव के प्रधान व सचिव के नाम जारी बीडीओ का लेटर तहसील क्षेत्र के गांवों में अवैध वसूली का जरिया बना हुआ है। तथाकथित बीडीओ के पत्र के आधार पर प्राइवेट ठेकेदार के लोग गांव-गांव घूम कर लोगों से जमकर वसूली कर रहे हैं। स्लोगन शुल्क के नाम पर जेब भरने की घटना घोसी से भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर के पैतृक ग्राम टंगुनिया में हुई तो लोगों के कान खड़े हो गये। जानकारी होने पर जागरण ने जब इसकी पड़ताल की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

फर्जी वसूली को हकीकत का जामा पहनाने वाले बीडीओ के आदेश के पीछे डीएम के फरमान का हवाला दे रहे हैं। इस संबंध में बीडीओ पीएन त्रिपाठी से पूछा गया तो डीएम के आदेश पर 40 रुपये शुल्क लेने की बात स्वीकारी लेकिन बाद में चुप्पी साध गए। इधर गांवों में हुजूर का फरमान बताकर प्राइवेट लोगों द्वारा वसूली लगातार जारी है। वहीं कुछ लोग दबी जुबान से डीएम के फरमान को ही फर्जी बता रहे हैं। हालांकि आधिकारी इसकी पुष्टि करने से भी बचते रहे।

बता दें कि सीयर ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों के मकान पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्लोगनयुक्त नम्बर प्लेट लगाने हेतु मकान मालिक से 40 रुपए लेने संबंधित आदेश सीयर बीडीओ पीएन त्रिपाठी ने गत 10 जनवरी को जारी किया था। उक्त अभियान को सफल बनाने के लिए सीयर बीडीओ ने ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्य, आंगनबाड़ी, आशा, सफाईकर्मी व चौकीदार को सहयोग करने निर्देश भी दिया है। जिसके तहत पिछले एक सप्ताह से विभिन्न गांवों में घूम रही टीम नम्बर प्लेट टांगने के नाम पर 40 रुपये की वसूली कर रही हैं। इसे लेकर गांवों में खलबली मची है और तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है।

डीएम के आदेश की प्रतिलिपि संदिग्ध, होगी जांच: एसडीएम

- एसडीएम विपिन कुमार जैन ने बताया कि सीयर बीडीओ ने डीएम के हस्ताक्षर से जारी एक लेटर के आधार पर उक्त आदेश जारी कर दिया है जबकि डीएम के आदेश की प्रतिलिपि ही प्रथम दृष्टया संदिग्ध प्रतीत हो रही है। जिसकी जांच की जा रही है। मामला स्पष्ट होते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।

chat bot
आपका साथी