विद्युत तार दुरुस्त करने के बजाय छुड़ा दिया कनेक्शन
इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा व इच्छाशक्ति ²ढ़ हो तो वह कुछ भी कर सकता है। हमें ऐसे ही एक ²ढ़ इच्छा शक्ति वाले युवक मिलते है प्रभाकर पांडेय, जो जमीन पर नहीं छत पर सब्जी की खेती भी सिस्टम से करते हैं। यह बात सुनकर सभी पहली बार में यकीन ही नहीं करते। लेकिन पूरा सिस्टम समझने के बाद वे इसकी चर्चा हर जगह करने लगते हैं। पेशे से शिक्षक हैं एवं समीप के गांव खरहाटार में एक विद्यालय का संचालन भी करते हैं। वे पठन-पाठन व विद्यालय से फुर्सत मिलते ही घर व मोहल्लों के कबाड़ से अपने विद्यालय के छत को ही सब्जी उगाने का एक बड़ा प्लेटफार्म बना दिए हैं। वह भी बिना किसी रासायनिक खाद व कीटनाशक के।
जासं, बांसडीह (बलिया) : वर्षों से विद्युत आपूर्ति लटके तार के कारण बाधित है जबकि ग्रामीण छठ त्योहार के समय से विभाग के अधिकारियों के पास जाकर वापस हो रहे हैं। यह मामला है आदर का, गांव के दक्षिण के कुछ हिस्सों में विद्युत आपूर्ति के लिए खींचा गया 11 हजार वोल्ट का तार खंभों से ढीला होकर इतना नीचे हो गया है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इन जर्जर विद्युत तारों को ठीक करने के लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया गया। इसके बाद विभाग ने तार को टाइट करने के बजाय कनेक्शन ही छुड़ा दिया और जब कहीं ब्रेक डाउन होता है तो उसी में से तार काट कर लगा देते हैं। इसके साथ ही इन्हीं खंभों का एक भाग का तार जमीन में सट रहा है तो विभाग ने उस तार को टाइट करने के बजाय उसका कनेक्शन ही हटा दिया। विभागीय लापरवाही के कारण ग्रामीणों के बीच हमेशा खतरा बना रहता है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।