मतदाता सूची पुनरीक्षण व संशोधन के बाद गरमाई गांवों की ाजनीति
जागरण संवाददाता सुखपुरा (बलिया) उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पंचायत चुनाव
जागरण संवाददाता, सुखपुरा (बलिया) : उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पंचायत चुनाव से संदर्भित मतदाता सूची का पुनरीक्षण, संशोधन का कार्य अब पूरा हो गया है। इस कार्य में लगे बीएलओ ने अपने समस्त कागजात तहसील मुख्यालय पर जमा कर दिए हैं।
इसी के साथ प्रधान पद के संभावित प्रत्याशियों की भाग दौड़ को एक बार पुन: पंख लग गया और वे उड़ने लगे। इसमें जो अभी उड़ने में सक्षम नहीं है उनके चेहरे पर उड़ने की छटपटाहट दिखाई दे रही है। इधर एक हफ्ते से पंचायत चुनाव की सरगर्मी काफी बढ़ गई थी। प्रधान पद के संभावित प्रत्याशी डोर टू डोर जाकर लोगों से संपर्क करने में लग गए हैं। यह सिलसिला सुबह से देर रात तक चल रहा है। चट्टी चौराहों और चाय पान की दुकानों पर भी पंचायत चुनाव की चर्चा करते लोग देखे जा रहे हैं, वहीं कस्बे में पोस्टरों व बैनरों की बाढ़ आ गई है। संभावित प्रधान पद के प्रत्याशियों का आंकलन लोग अभी से करने लगे हैं। सुखपुरा जैसे कस्बे में आधा दर्जन से अधिक प्रधान पद के दावेदार हो गए हैं। इसमें बड़े से छोटे सभी हैं। फॉरवर्ड क्लास से लेकर बैकवर्ड क्लास तक के लोग अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हैं। भोजपुरी में कहावत है फेड़े कटहर ओठे तेल कुछ यही हाल प्रधान पद के दावेदारों की थी। अभी इसका कोई ठिकाना नहीं कि सुखपुरा ग्राम पंचायत का प्रधान पद सामान्य होगा या आरक्षित। सामान्य वर्ग से लेकर आरक्षित वर्ग के लोग अपनी-अपनी दावेदारी को धार देने में लगे हैं। वैसे देखने में यह आ रहा है कि प्राय: सभी दावेदार युवा हैं, जिनमें कुछ कर गुजरने की ललक है और यह पंचायतों के लिए अच्छी बात है। कुछ यही हाल आसपास के अन्य गांवों की भी है। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को शुरू कर इन दावेदारों को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान कर दिया है। पंचायत चुनाव का समय बढ़ा कर भावी प्रत्याशियों के जेबों पर भी काफी बोझ डाल दिया है। अब कुछ महीने और सभी प्रत्याशियों को अपने मतदाताओं को े पक्ष में रखने के लिए मान मनौवल के अलावा उनकी प्रत्येक इच्छा को सिर आंखों पर बैठाना ही होगा।