गांवों के अस्पताल में दम तोड़ गई सुविधाएं
जागरण संवाददाता बलिया कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए शासन स्तर से हर अस्पताल पर
जागरण संवाददाता, बलिया : कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए शासन स्तर से हर अस्पताल पर संसाधन बढ़ाने को कहा गया है, लेकिन सिर्फ जिला मुख्यालय के अस्पतालों पर ही सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में पुरानी व्यवस्था के दम पर ही कोरोना से जंग जीतने की बात कही जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हो या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सभी के हालात एक जैसे हैं।
सामान्य तौर पर एक सीएचसी में 30 और पीएचसी में चार बेड होते हैं। सभी बेडों पर पाइप लाइन से आक्सीजन की व्यवस्था करनी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से इंतजाम नहीं किया है। तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी के बीच सिकंदरपुर तहसील के मुख्य सीएचसी की पड़ताल करने पर जो तस्वीर दिखी, उसके दम पर कोरोना से जंग नहीं जीती जा सकती।
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सीएचसी पर मात्र चार आक्सीजन कसंट्रेटर
सीएचसी सिकंदरपुर में चार आक्सीजन कसंट्रेटर की व्यवस्था की गई है, इससे सिर्फ चार बेड कनेक्ट हैं, लेकिन वर्तमान में एक भी ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद नहीं है। अस्पताल के जिम्मेदारों से पूछने पर पता चला कि सिलेंडर को भरवाने के लिए भेजा गया है। बड़ी बात यह कि जब अस्पताल में ही आक्सीजन कसंट्रेटर है तो सिलेंडर को बाहर भरवाने के लिए क्यों भेजा जाएगा।
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जरनेटर को भेज दिए एल-2 अस्पताल
यहां जरनेटर की व्यवस्था नहीं है। अस्पताल में जो जरेनेटर था उसे एक साल पूर्व बसंतपुर के एल-2 अस्पताल में भेज दिया गया है। सीएचसी की ओर से जरनेटर की मांग होती रही, लेकिन वह आज तक सीएचसी को वापस नहीं मिल पाया है। संक्रमित मरीजों को कैसे बेहतर इलाज मिल सकता है। यही नहीं यहां तैनात एलटी की ड्यूटी पंदह लगा दी गई है। इन परिस्थितियों में तीसरी लहर से निपटना विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
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--चयनित खेजुरी सीएचसी पर भी नहीं पहुंचे संसाधन
तहसील क्षेत्र के खेजुरी सीएचसी को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना अस्पताल के रूप में चयनित किया गया है। उसके तहत यहां के 30 बेडों पर आक्सीजन की व्यवस्था करने के साथ ही, बच्चों के लिए 10 आईसीयू बेड भी बनाना है। इस दिशा में अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है। यहां ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की घोषणा भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो माह पहले की गई थी, लेकिन अभी तक उसकी शुरूआत भी नहीं हुई।
----------सिकंदरपुर
नंबर गेम
02 : सीएचसी
02 : ब्लाक स्तरीय पीएचसी
07 : न्यू पीएचसी
3.5 : लाख तहसील क्षेत्र की आबादी
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------कोट-------
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए डॉक्टर और स्टाफ नर्स को ट्रेनिग दी जा चुकी है। अस्पतालों में संसाधन बढ़ाने का कार्य तेजी से हो रहा है। एक सप्ताह के अंदर हर जगह व्यवस्था में बदलाव दिखने लगेगा।
-डा. तन्मय कक्कड़, सीएमओ