कोरोना से मोहन की सऊदी में मौत

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 06:03 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 06:03 PM (IST)
कोरोना से मोहन की सऊदी में मौत
कोरोना से मोहन की सऊदी में मौत

जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया) : दो जून की रोटी के जुगाड़ में सात समुंदर पार सऊदी अरब पहुंचे बलिया के मोहन चौहान (30) की सोमवार को जानलेवा कोरोना बीमारी से मौत हो गई। दोपहर अचानक सऊदी से मैसेज आया कि आपका मोहन अब नहीं रहा। जिसे पढ़ते ही बूढ़े मां-बाप, भाई, पत्नी व बच्चों के हर उम्मीद का दीया और घर के चूल्हे की चिगारी पूरी तरह से बुझ सी गई। धीरे-धीरे इस घटना की जानकारी पूरे क्षेत्र में हो गई। जिसके बाद घर पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। हर कोई अपने गांव के मोहन की कोरोना से मौत की खबर सुन हैरान व परेशान था।

पैक्सफेड के पूर्व चेयरमैन छट्टू राम ने तत्काल मौके पर पहुंच परिजनों को ढांढस बंधाया। मोहन चौहान की अपने भाई व पत्नी से आखिरी वार्ता 26 मई को दोपहर 11 बजे हुई थी। जिसने अपनी पत्नी व भाई से वार्ता कर स्वयं को कोरोना का मरीज होना बताया था। वह बलिया जनपद के बिल्थरारोड तहसील के भीमपुरा थाना अंतर्गत नाथ पलिया गांव का मूल निवासी है। पिता चंद्रिका चौहान गांव में राजमिस्त्री का कार्य कर किसी तरह घर परिवार चलाते है। अपने पिता के तंगी व परिवार को आर्थिक मदद करने के उद्देश्य से मोहन 9 वर्ष पूर्व ही सऊदी चला गया। जहां वह एनएसएच कंपनी में बतौर वेल्डर कार्य करता था। आखिरी बार वह करीब एक साल पूर्व अपने घर आया था। जाने के बाद चार माह पूर्व उसकी पुत्री हुई। जिससे मिलने के लिए वह दो बार प्रयास कर चुका था कितु कंपनी के शर्तों के कारण वह न आ सका। अब परिजनों को उनके अंतिम दर्शन का भी मलाल रह गया।

घर में मचा कोहराम

मृतक की पत्नी गीता देवी अपने 4 वर्षीय पुत्र आदित्य व चार माह की पुत्री को सीने से चिपका दहाड़े मारकर रोती रही कि एक बार उन्हें जी भर कर देख तो लेती। वहीं पिता चंद्रिका चौहान, मां कमलावती देवी व भाई दिनेश चौहान व यशवेंद्र चौहान का रो-रोकर बुरा हाल है।

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