कालोनियों में रोपे जाएंगे औषधीय पौधे, जिले में खुलीं दो नर्सरी
जागरण संवाददाता बलिया कोरोना महामारी के समय आक्सीजन का संकट सामने आने के बाद लोगों के
जागरण संवाददाता, बलिया : कोरोना महामारी के समय आक्सीजन का संकट सामने आने के बाद लोगों के बीच औषधीय पौधों की मांग तेजी से बढ़ गई है। इसको देखते हुए इस साल वन विभाग ने छायादार के साथ औषधीय पौधे अधिक लगाने की योजना बनाई है। शासन के निर्देश पर इस साल औषधीय पौधों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए बैरिया व बांसडीह में नर्सरी खोली गई हैं। इसमें अर्जुन, आंवला, लेमन ग्रास, सहजन, कालमेघ, अश्वगंधा, गिलोय, नींबू आदि के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। ये पौधे शहर व नगरों की कालोनियों के पार्क व लोगों के दरवाजे के सामने लगाए जाएंगे। इसके अलावा गांवों में खाली जगहों पर आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए पीपल, पाकड़, बरगद आदि के पौधे लगाए जाने की योजना है। शासन की तरफ से एक से सात जुलाई के बीच अभियान चलाए जाने की योजना है। इसके लिए वन विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। --------
गंगा, सरयू व टोंस किनारे लगेंगे 330 हेक्टेयर में पौधे
गंगा, सरयू व टोंस नदी के किनारे हरियाली लाने के 330 हेक्टेयर भूमि में पौधे लगाने की योजना है। इन नदियों के किनारे 3.63 लाख पौधे लगाए जाएंगे। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में अर्जुन, जामुन, वन जलेबी, सागौन, शीशम, नीम, गूलर व पीपल आदि के पौधे रोपे जाएंगे।
--------वर्जन---
सरकार के निर्देश पर औषधीय पौधे तैयार करने के लिए बैरिया व बांसडीह में नर्सरी खोली गई हैं। शहर अंदर पार्कों व खाली भूमि के साथ लोगों के दरवाजे पर पौधे लगाए जाएंगे। इसकी तैयारी चल रही है।
-अजय कुमार, वन दारोगा।