कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन

कोरोना के बढ़ते मरीजों और सोमवार को कोरोना से हुई दो मौत के बाद जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बलिया शहर व उसके आसपास के शहरी कस्बों में 10 जुलाई तक लॉकडाउन का निर्णय लिया है। इस दौरान इन इलाकों में धारा 144 पूरी तरह प्रभावी रहेगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 07:06 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 06:07 AM (IST)
कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन

जागरण संवाददाता, बलिया : कोरोना के बढ़ते मरीजों और दो संक्रमितों की मौत के बाद प्रशासन ने बलिया शहर व उसके आसपास के शहरी कस्बों में 10 जुलाई तक लॉकडाउन का निर्णय लिया। इस दौरान इन इलाकों में धारा 144 पूरी तरह प्रभावी रहेगी। खासतौर पर बाजारों में विशेष सख्ती बरती जाएगी। गुरुवार को 15 और कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ गए। इसे लेकर अब जनपद में एक्टिव केस 47 हो गए हैं। वहीं जनपद में अब तक कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों की संख्या 147 हो गई है। अब तक जनपद में कुल 5613 संदिग्ध लोगों की जांच हुई है।

कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेसवार्ता में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि शहर के अलावा आसपास के शहरी स्वरूप वाले 15 इलाके रामपुर महावल, बहेरी, चंद्रशेखरनगर, माल्देपुर, हैबतपुर, परमन्दापुर, निधरिया, जेपीनगर नई बस्ती, जिराबस्ती, परिखरा, तिखमपुर, बहादुरपुर, अमृतपाली, सरसपाली व ओझा के छपरा में कोरोना का मामला आने की वजह से कंटेनमेंट जोन घोषित हुए हैं। इस तरह देखा गया तो हर आधा किलोमीटर के अंदर कंटेनमेंट जोन था। इसी को देखते हुए पूरे बलिया शहर व उसके आसपास के इन 15 इलाकों में लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में दवा व आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी दुकानें बंद रहेंगी। जिला पूर्ति कार्यालय और जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में एक-एक कर्मचारियों के पॉजिटिव मिलने के बाद इन कार्यालयों को भी बंद कर सैनिटाइज किया जाएगा। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि घरों में ही रहें, बाहर नहीं निकलें। अगर विशेष परिस्थिति में निकलें भी तो मास्क जरूर पहनें और सोशल डिस्टेंसिग का ख्याल रखें।

-मृत्यु के बाद टेस्ट में हुई पॉजिटिव की पुष्टि

: जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद जिनकी मौत हुई है उनमें बृजेश त्रिपाठी (43), मिड्ढ़ी मोहल्ले के निवासी हैं। वह पहले मलेरिया की चपेट में आए, जिसके बाद वह निजी तौर पर उपचार करा रहे थे, लेकिन बुधवार को उनकी मौत हो गई। दूसरे संक्रमित महेंद्र वर्मा (68), आवास विकास कालोनी के निवासी हैं। वह बीएसए कार्यालय के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। वह भी पहले निमोनिया के चपेट में आए, जिसके बाद वे उपचार के लिए बीएचयू रेफर थे, जहां उनकी मौत हो गई। मौत के बाद दोनों के टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी ने बताया कि फिलहाल 10 जुलाई तक शहर और उसके आसपास के इलाके में लॉकडाउन किया गया है। अगर स्थिति नियंत्रित हुई तो सभी नगरीय निकायों में लॉकडाउन किया जाएगा। -शहर व इससे सटे इलाकों में 42 मामले

डीएम बताया कि केवल बलिया व इससे सटे इलाके में 42 केस सामने आए हैं। इनमें 30 केस ऐसे हैं जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। यानी, वह बाहर से आए हुए नहीं है बल्कि बलिया में ही थे। डीएम ने बताया कि 11 मई तक बलिया में एक भी केस नहीं था, 31 मई तक वह संख्या बढ़कर 50 हो गई और गुरूवार तक कुल 147 लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो गए। कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अभियान चलाकर एक-एक घर का सर्वे कराया जाएगा। घर में सबसे बात की जाएगी। घर में अगर वृद्ध या बीमारी से ग्रस्त कोई है तो उनकी पूरी जानकारी ली जाएगी। आवागमन पर रोक, मदिरा की दुकान भी बंद

बंदी के दौरान बलिया नगर में आवागमन पर पूरी तरह रोक रहेगी। सार्वजनिक वाहन जैसे टैक्सी, ई-रिक्शा, जीप, टेंपो आदि 10 जुलाई तक नहीं चलेंगी। बलिया शहर व इसके आसपास के नगरीय स्वरूप वाले इलाकों में देशी-विदेशी शराब तथा बीयर की दुकान भी बंद रहेगी। जिन कार्यालयों में ज्यादा लोग आते-जाते हैं, ऐसे भीड़भाड़ वाले कार्यालयों के सभी अधिकारियों कर्मचारियों की जांच कराने का निर्णय लिया गया है।

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