बदहाल पड़ा क्रांति वीर मंगल पांडेय का स्मारक परिसर

बलिया के नाम को अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्वर्णिम अक्षरों से अ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 10:28 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 10:28 PM (IST)
बदहाल पड़ा क्रांति वीर मंगल पांडेय का स्मारक परिसर
बदहाल पड़ा क्रांति वीर मंगल पांडेय का स्मारक परिसर

जागरण संवाददाता, दुबहड़ (बलिया) : बलिया के नाम को अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्वर्णिम अक्षरों से अंकित कराने वाले क्रांति वीर मंगल पांडेय के पैतृक गांव नगवां में स्थापित स्मारक परिसर की सुधि लेने की फुर्सत शासन-प्रशासन के पास नहीं है। आजादी की लड़ाई में प्रथम कुर्बानी देने वाले मंगल पांडेय का घर परिवार तथा उनका स्मारक परिसर आज भी उपेक्षित है। 2004 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव मंगल पांडेय की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए उनके पैतृक गांव नगवां आए थे, तब स्मारक परिसर का जीर्णोद्धार नए तरीके से हुआ था। वर्तमान में रखरखाव के अभाव में स्मारक परिसर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। स्मारक परिसर की चहारदीवारी टूटी पड़ी है। नगवां में जाने वाला रास्ता भी जर्जर अवस्था में है। उनके नाम पर बने राजकीय महिला महाविद्यालय में जगह-जगह झाड़ उग आए हैं।

मालीपुर-किड़िहरापुर सड़क टूटी, मऊ जाना दूभर

जागरण संवाददाता, कसेसर (बलिया) : क्षेत्र के मालीपुर-किड़िहरापुर नहर मार्ग के रास्ते गैर जनपद मऊ को जोड़ने वाली सड़क गड्ढे में तब्दील हो जाने से राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है। मऊ जाने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में राहगीर मालीपुर-किड़िहरापुर नहर मार्ग होते हुए हलधरपुर पहुंचते हैं, जहां से मऊ की दूरी काफी कम है। काफी यात्रियों का इस मार्ग पर आना-जाना रहता है। यह मार्ग मालीपुर से अचैठा तक 15 किमी तक पूरी तरह टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गया है। किड़िहरापुर निवासी जितेंद्र मौर्य ने बताया कि यह रास्ता काफी खराब हो गया है। व्यवसायी संजीव सिंह ने बताया कि उक्त मार्ग पर दर्जनों राहगीर गिर कर चोटिल हो गए हैं। पूरा निवासी राजेश यादव ने बताया कि यह मऊ जाने के लिए काफी नजदीक रास्ता है फिर भी उपेक्षित है। आरीपुर निवासी आशुतोष सिंह ने इस रास्ते को जल्द से जल्द बनवाए जाने की मांग की है।

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