यूपी बोर्ड के प्रमोशन फार्मूला से इंटरमीडिएट के छात्रों में असंतोष

जागरण संवाददाता बलिया उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का हाईस्कूल और इंट

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 06:03 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:03 PM (IST)
यूपी बोर्ड के प्रमोशन फार्मूला से इंटरमीडिएट के छात्रों में असंतोष
यूपी बोर्ड के प्रमोशन फार्मूला से इंटरमीडिएट के छात्रों में असंतोष

जागरण संवाददाता, बलिया : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की प्रोन्नति का फार्मूला लगभग तय कर लिया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा तैयार किए गए फार्मूले में इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों को हाईस्कूल के 50 प्रतिशत अंक, कक्षा 11 के 40 प्रतिशत व इंटरमीडिएट प्री-बोर्ड के 10 प्रतिशत अंकों को जोड़कर प्रोन्नति दी जाएगी। इसी तरह हाईस्कूल का परिणाम कक्षा नौ के 50 प्रतिशत और कक्षा 10 की प्री बोर्ड परीक्षा के 50 प्रतिशत अंकों को जोड़कर तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से प्रोन्नति का यही फार्मूला रखने की तैयारी है, लेकिन शिक्षा विभाग के इस फार्मूले से इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों में असंतोष है।

इस संबंध में अभिभावक राजेश सिंह ने कहा कि इस फार्मूले से इंटरमीडिएट के छात्रों को नुकसान होगा। बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जो हाईस्कूल में किसी कारण वश कम अंक प्राप्त करते है लेकिन वह उसकी भरपाई के लिए इंटरमीडिएट में जी तोड़ मेहनत करते हैं ताकि उन्हें अच्छा अंक प्राप्त हो सके। इस फार्मूले से ऐसे छात्रों का रिजल्ट प्रतिशत अच्छा नहीं रहेगा। छात्र अनीस सिंह, शनि यादव, प्रशांत कुमार, आर्यन सिंह आदि ने बताया कि जरूरी नहीं कि हाईस्कूल में जो विद्यार्थी कम अंक प्राप्त किया है उसकी इंटरमीडिएट में भी प्रगति रिपोर्ट वैसी ही रहे। हाईस्कूल में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्र इंटरमीडिएट की तैयारी मन से करते हैं ताकि वह हाईस्कूल की कमी की भरपाई कर सकें। ऐसे में सरकार को हाईस्कूल की तरह 11वीं और 12वीं प्री-बोर्ड एग्जाम को आधार मान रिजल्ट देना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का रिजल्ट प्रतिशत संतोषजनक नहीं होगा।

--बलिया में 10वीं के 84,414 व 12वीं के 78,810 परीक्षार्थी

जनपद में हाईस्कूल के 84,414 व इंटरमीडिएट के 78,810 परीक्षार्थी हैं। अभिभावकों का मानना है कि इंटरमीडिएट के बाद ही किसी भी छात्र के आगे की पढ़ाई का रूट तय होता है। ऐसे में शासन स्तर से रिजल्ट के मामले में यदि कोई भी गलत फार्मूला तय किया जाता है तो भारी संख्या में विद्यार्थियों के आगे का भविष्य खराब हो जाएगा। --इंटरमीडिएट का फार्मूला

यदि विद्यार्थी को हाईस्कूल में अंग्रेजी विषय में 100 में से 70 अंक मिले हैं तो उसका 50 प्रतिशत यानी 35 अंक, कक्षा 11 में अंग्रेजी में 100 में से 60 अंक मिले हैं तो इसका 40 प्रतिशत यानी 24 अंक और 12 वीं के प्री बोर्ड में यदि अंग्रेजी में 100 में से 60 अंक दिए हैं तो इसके 10 प्रतिशत यानी छह नंबर जोड़े जाएंगे। इस तरह उसे अंग्रेजी में 65 प्रतिशत अंक दिए जाएंगे। --हाईस्कूल का फार्मूला

यदि कक्षा नौ में विद्यार्थी को हिदी में 100 में से 80 अंक मिले हैं तो इसका 50 प्रतिशत यानी 40 अंक जोड़े जाएंगे। कक्षा 10 के प्री बोर्ड में हिदी में यदि 100 में से 60 अंक मिले हैं तो इसका 50 फीसद यानी 30 नंबर जोड़े जाएंगे। इस तरह हाईस्कूल में हिदी विषय में उसे 100 में से 70 नंबर दिए जाएंगे।

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