400 में बाइक व 700 रुपये में चार पहिया वाहनों में लगाइये एचएसआरपी

जागरण संवाददाता बलिया बाइक और चार पहिया वाहनों पर अब हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 06:12 PM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 06:12 PM (IST)
400 में बाइक व 700 रुपये में चार पहिया वाहनों में लगाइये एचएसआरपी
400 में बाइक व 700 रुपये में चार पहिया वाहनों में लगाइये एचएसआरपी

जागरण संवाददाता, बलिया : बाइक और चार पहिया वाहनों पर अब हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य है। इसे प्लेट से चोरी और वाहनों की पहचान आसानी से की जा सकती हैं। एआरटीओ ने प्लेट लगाने की दरें तय कर दी हैं। दोपहिया वाहनों में प्लेट 400 रुपये में लगेंगे जबकि चार पहिया वाहनों में इसके लिये सात सौ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। फिलहाल यह रजिस्ट्रेशन प्लेट वाहन की कंपनियां उपलब्ध करा रही हैं। इसकी डिमांड अधिक हो गई है। इसके चलते कंपनियों ने आपूर्ति के लिये अगस्त तक मोहलत मांगी हैं। ऐसे में वाहन स्वामियों को इंतजार करना पड़ेगा। अप्रैल 2019 के पहले के वाहनों के लिए वाहन स्वामी को खुद आनलाइन आवेदन करना होगा। नए वाहनों को हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स वाहन कंपनियां ही उपलब्ध कराएंगी। यह व्यवस्था इसी वित्तीय वर्ष लागू की गई है, लेकिन दरें तय नहीें होने से जमकर वसूली की जा रही थी। उपभोक्ता इसकी बार-बार शिकायत कर रहे थे।

---------------

ऐसे जनरेट करिये रजिस्ट्रेशन प्लेट

हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट आवेदन के लिए वाहन का चेचिस व इंजन नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद ही नंबर जनरेट होगा, तभी वाहन स्वामी को दिया जाएगा। बता दें कि जिले में करीब 3.80 लाख वाहन चल रहे हैं, इसमें सर्वाधिक संख्या मोटरसाइकिल की है।

----------------

सितंबर तक बढ़ी फिटनेस तिथि

वाहनों के फिटनेस की समय सीमा शासन ने बढ़ा दी है। यह निर्णय कोविड-19 के कारण लिया गया है। एक फरवरी 2020 के बाद के वाहनों पर यह नियम लागू होगा। छूट सितंबर तक ही वाहन स्वामियों को मिलेगी। एआरटीओ कार्यालय में प्रतिदिन 12 से अधिक वाहनों की फिटेनस जांच कराई जा रही है। इसमें ट्रक, बस, कमांडर, ई-रिक्शा और टेंपो शामिल हैं। ----------------

कोट

नए वाहन स्वामियों के लिए हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट अनिवार्य है। डिमांड अधिक होने से थोड़ी दिक्कत हो रही है। कंपनियों के द्वारा ही इसे जारी किया जाता है। दरें तय कर दी गई हैं। -- राजभूषण, आरआई, एआरटीओ विभाग

chat bot
आपका साथी