लाल निशान पर पहुंचीं गंगा, सामान समेटने लगे तटवर्ती लोग
जागरण संवाददाता बलिया गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को भी सात सेंटीमीटर
जागरण संवाददाता, बलिया : गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को भी सात सेंटीमीटर बढ़ाव दर्ज किया गया। वहीं सरयू घटाव की ओर है लेकिन कटान तेज हो गया है। गंगा में उफान देख तटवर्ती इलाके के लोग सामान समेट कर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। गायघाट में गंगा का जलस्तर मंगलवार को शाम चार बजे 57.400 मीटर दर्ज किया गया। यहां खतरा निशान 57.615 है। गंगा खतरा निशान से 21.5 सेंटीमीटर नीचे हैं। 24 घंटे में 1.46 मीटर बढ़ाव दर्ज किया गया है। तुर्तीपार डीएसपी हेड पर सरयू का जलस्तर 64.110 मीटर दर्ज किया गया। सरयू में घटाव हो रहा है लेकिन वह अभी भी खतरा निशान 64.01 से ऊपर है। केहरपुर में काली मंदिर के पास कटान तेज, मची खलबली
बैरिया : केहरपुर में हरेराम ब्रह्मचारी महाराज की कुटिया के पास मंगलवार को गंगा का कटान तेज हो गया। कटान की गति यही रही तो काली मंदिर व किसानों के खेत नदी में समाहित हो सकते हैं। काली मंदिर होकर जाने वाले सीमेंटेड रास्ते का काफी हिस्सा मंगलवार को कट गया। गंगापुर व दुबे छपरा रिग बंधा के बीच कृषि योग्य भूमि को गंगा लगातार निगलती जा रही हैं। सुघर छपरा गांव पर भी कटान का खतरा मंडराने लगा है। रामगढ़ में एनएच-31 को बचाने के लिए 34 करोड़ की लागत से तीन स्पर का निर्माण हो रहा था, लेकिन विभाग की लापरवाही से वह कार्य पूरा नहीं हुआ।
सुरेमनपुर दियरांचल में सरयू नदी का कटान तेज
सुरेमनपुर दियरांचल के गोपालनगर टाड़ी के सामने सरयू नदी का कटान तेज होने के कारण गांव पर खतरा उत्पन्न हो गया है। नदी से गांव की दूरी महज 20 मीटर रह गई है। कई लोगों का घर कटान के मुहाने पर आने के कारण लोग दूसरी जगह जाने की तैयारी करने लगे हैं। फुलवरिया गांव के सामने से गोपालनगर टाड़ी तक नदी रोज 10 से 15 एकड़ उपजाऊ खेत निगलती जा रही है।
रामगढ़ में मकानों पर बढ़ा खतरा
मझौंवा : गंगा के बाढ़ का पानी रामगढ़, पचरुखिया, मझौंवा, धरमपुरा, रुद्रपुर, गायघाट, पोखरा तक फैलने लगा है। कटान के मुहाने पर कई मकान खड़े हैं।
आठ बीघा भूमि नदी में समाहित सिकंदरपुर : तहसील क्षेत्र में सरयू नदी का पानी घटाव पर है लेकिन कटान तेज हो गया है। मंगलवार को करीब आठ बीघा ऊपजाऊ भूमि नदी में समाहित हो गई। कटान से सर्वाधिक भयावह हालात दियारा हरनाटर व दरौली में हैं। दियारा क्षेत्र में स्थित सच्चितानंद चौधरी का डेरा कटान के में गिर गया। यदि कटान इसी प्रकार जारी रहा तो एक दो दिन में ही नदी छाड़न व जिदापुर गांव की तरफ अग्रसर हो जाएगी। यदि ऐसा हुआ तो गांव में तबाही हो सकती है। दियारा क्षेत्र के पुरुषोत्तम पट्टी व बिजलीपुर पर भी खतरा है। इतनी तबाही होने के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा की ²ष्टि से कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।