उम्मीदों में ही बीत गए चार साल, एनएच-31 का निर्माण अधर में

जागरण संवाददाता बलिया यूपी-बिहार को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की मरम्मत को लेकर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:09 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 07:09 PM (IST)
उम्मीदों में ही बीत गए चार साल, एनएच-31 का निर्माण अधर में
उम्मीदों में ही बीत गए चार साल, एनएच-31 का निर्माण अधर में

जागरण संवाददाता, बलिया : यूपी-बिहार को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की मरम्मत को लेकर चार साल यूं ही बीत गए। सड़क आज तक बन नहीं सकी। जब 20 से 30 फीसद सड़क खराब थी तभी से लोग मरम्मत के लिए आवाज उठा रहे हैं। अब तो यह सड़क गाजीपुर से बलिया के मांझी घाट तक 130 किलोमीटर में 70 से 100 फीसद तक खराब हो चुकी है। सड़क पर बने गड़ढ़े और उड़ती धूल से लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। जून 2020 में जयपुर की कंपनी कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर 102 करोड़ में इसके निर्माण के लिए टेंडर दिया गया था। हल्दी से बैरिया के मांझी घाट तक लगभग 32 किमी में तो राह चलना भी मुश्किल है।

एनएचएआइ कर रही नए टेंडर की तैयारी

इस सड़क को बनाने के लिए नए सिरे से अब तीन भाग में टेंडर देने की बात एनएचएआइ की ओर से कही जा रही है। पहले वाली कंपनी का टेंडर निरस्त करने की संस्तुति भी कर दी गई है, लेकिन कंपनी ने नुकसान की भरपाई के लिए न्यायालय में अपील की है। इस बारे में एनएचएआइ आजमगढ़ के प्रोजेक्ट मैनेजर योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कंपनी का टेंडर निरस्त होने के मामले में अभी कोई लिखित आदेश नहीं आया है। वहीं वाराणसी एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी विपनेश शर्मा का कहना है कि 11 दिसंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। गाजीपुर से फेफना तक 68 किलोमीटर, फेफना से चिरैयामोड़ तक 45 किलोमीटर और चिरैया मोड़ से मांझी के जयप्रभा सेतु तक 16 किलोमीटर में कार्य विभाजित कर टेंडर दिए जाएंगे।

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