बलिया में अधिशासी अधिकारी ने की आत्महत्या, मनियर नगर पंचायत में थीं उनकी तैनाती
बलिया के मनियर नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय ने सोमवार की रात आत्महत्या कर ली।
बलिया, जेएनएन। जिले के नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी मणिमंजरी राय (30) ने सोमवार की रात आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी होते ही प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के अलावा नगर निकायों के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही डीएम श्रीहरि प्रताप शाही व एसपी देवेंद्र नाथ भी मौके पर पहुंच कर जांच-पड़ताल की। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। अब पुलिस इसी सुसाइड नोट और अधिशासी अधिकारी की कॉल डिटेल के जरिए आत्महत्या की वजह की जांच में जुट गई है।
स्थानीय लोगों की मानें तो तो कई फ्लैट वाली बड़ी मकान में तीसरे तल पर अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय का फ्लैट था। सोमवार को वह अकेले ही थी। सूत्रों की माने तो कमरे की खिड़की के शीशे से कुछ हिलता हुआ दिखाई देने के बाद आसपास के लोगों को किसी अनहोनी की आशंका हुई। उसके बाद किसी ने डायल 112 और पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने जरूरी औपचारिकता पूरी करने के बाद जब दरवाजा खोला तो वह बेडरूम में बेड के ऊपर ही फंदे पर झूली हुई थी। पुलिस अधीक्षक ने तत्काल फोरेंसिक टीम बुलाई। टीम द्वारा पूरी जांच पड़ताल करने के बाद डेड बॉडी को नीचे उतारा गया। देर रात तक डीएम-एसपी मौके पर थे। वहीं, इसकी सूचना मिलते ही संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन व अन्नपूर्णा गर्ग के अलावा सदर तहसीलदार शिवसागर दुबे, नायब तहसीलदार जया सिंह, ईओ बांसडीह सीमा राय, ईओ सिकंदरपुर संजय राव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।
ईओ मणि मंजरी राय आत्महत्या मामले की जांच में जुटी पुलिस
नगर पंचायत मनियर की ईओ मणि मंजरी राय (30) के आत्महत्या के मामले में पुलिस अभी तहरीर का इंतजार कर रही है। इस मामले को लेकर मंगलवार को उनके पिता जय ठाकुर राय निवासी कनुआन थाना भावर कोल, गाजीपुर से डीएम श्रीहरिप्रताप शाही व पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बंद कमरे में लंबी बातचीत की। अभी पुलिस ने उनके सुसाइड नोट को अति गोपनीय रखा है। सूत्रों की माने तो अधिशासी अधिकारी के शव के पास मिले सुसाइड नोट में उन्होंने उल्लेख किया है कि मैं दिल्ली, मुंबई से बचकर बलिया चली आईं, लेकिन यहां मुझे रणनीति के तहत फंसाया गया हैं। इससे मैं काफी दुखी हूं। लिहाजा मेरे पास आत्महत्या करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं हैं। हो सके तो मुझे माफ कर दीजिएगा।
अधिशासी अधिकारी को किसने जानबूझकर फंसाया। इसमें कौन-कौन लोग हैं। यह जांच का विषय है। अगर सही ढंग से जांच हुई तो कई बड़े लोगों पर गाज गिर सकती है। इस घटना को नगर पंचायत मनियर में अध्यक्ष व ईओ के बीच धन के भुगतान को लेकर चल रही खींचातान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की गहराई से जांच चल रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। ईओ मणि मंजरी राय की अभी शादी नहीं हुई थीं। दो बड़े भाई है जिनकी शादी हो गई है। यह दोनों भाइयों में सबसे छोटी थीं। कक्षा 6 से 12 तक उन्होंने नवोदय विद्यालय, सिहाचवर में पढ़ाई किया था। इसके आगे की पढ़ाई काशी हिंदू विश्वविद्यालय बनारस की थीं। 2018 में पीसीएस परीक्षा पास करने के बाद उनकी पहले नियुक्ति मनियर नगर पंचायत में ईओ के पद पर थीं। परिवार वालों का कहना है कि निश्चय ही किसी दबाव में उसने ऐसा कदम उठाया है। इस घटना को लेकर नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद के ईओ भी लामबंद हो गए हैं।