एफआइआर की मांग को गोड़ समाज ने किया प्रदर्शन
गोंड व खरवार जाति को जाति प्रमाण पत्र जारी करने व अनुसूचित जनजाति के जिलाध्यक्ष ताड़केश्वर गोंड के खिलाफ अभद्र व्यवहार की आरोप में एससी-एसटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर बुधवार को गोड़ जाति के लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया। उपजिलाधिकारी लालबाबू दूबे के आश्वासन पर छह घंटे बाद धरना-प्रदर्शन व आत्मदाह कार्यक्रम स्थगित हो गया।
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया): गोंड व खरवार जाति को जाति प्रमाण पत्र जारी करने व अनुसूचित जनजाति के जिलाध्यक्ष तारकेश्वर गोंड के खिलाफ अभद्र व्यवहार की आरोप में एससी-एसटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर बुधवार को गोंड समाज के लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया। उपजिलाधिकारी लालबाबू दूबे के आश्वासन पर छह घंटे बाद धरना-प्रदर्शन व आत्मदाह कार्यक्रम स्थगित हो गया। गोंड बिरादरी के सैकड़ों लोगों ने बुधवार की सुबह 10 बजे से ही अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। दोपहर को आत्मदाह की चेतावनी देने वाले अनुसूचित जनजाति के जिलाध्यक्ष तारकेश्वर गोंड को विरादरी के लोगों ने कंधे पर बैठाकर तहसील प्रांगण में चल रहे धरना-प्रदर्शन स्थल पर ले गए।
इस दौरान वक्ताओं ने तहसीलदार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उपजिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि 1358 के खतौनी या वर्ष 1977 से 2003 तक बनी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र की छायाप्रति व शैक्षणिक कोई प्रमाण पत्र साक्ष्य के रूप में देने पर प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। पूर्व जिलाध्यक्ष अरुण कुमार ¨सह बंटू, विजय बहादुर गोंड, आनंद शंकर गोंड, ददन गोंड, कृष्ण विहारी गोंड, प्रधान प्रतिनिधि विजय गोंड, राजाराम गोंड, बच्चालाल गोंड, संजय गोंड, गौरीशंकर गोंड़, रवींद्र गोंड, ताड़केश्वर खरवार, प्रदीप खरवार, राधामोहन गोंड, मंटू ¨बद, जिला पंचायत सदस्य अयोध्या प्रसाद ¨हद मौजूद थे।