कोविड काल में जेनेरिक दवाओं की बढ़ी डिमांड
- पैरासिटामाल 650 प्रति टैबलेट 2 रुपये - पैरासिटामाल 500 प्रति टैबलेट 1 रुपये - डॉ
- पैरासिटामाल 650 : प्रति टैबलेट 2 रुपये
- पैरासिटामाल 500 : प्रति टैबलेट 1 रुपये
- डॉक्सीसाइक्लिन 100 : प्रति टैबलेट 9 रुपये
- जिक : प्रति टैबलेट 6 रुपये
- एजिथ्रोमाइसिन 500 : प्रति टैबलेट 22 रुपये
- आइवरमेक्टिन 12 : प्रति टैबलेट 37 रुपये
- लिमसी : 10 टैबलेट 23 रुपये
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कोविड सुरक्षा उपकरण
- आक्सीमीटर : 950 रुपये
- एन 95 मास्क : 50 रुपये
- डिजीटल थर्मामीटर- 230 रुपये
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जागरण संवाददाता, बलिया : आम जनता को सस्ती व कारगर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा दिया है। इससे डाक्टरों की महंगी दवाओं से जनता को निजात मिली है। यह दवाएं लगभग हर मेडिकल स्टोर्स में आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। वर्तमान समय में अधिक मुनाफाखोरी के लालच में कोई भी मेडिकल स्टोर संचालक मरीज को ये दवाएं नहीं दे रहे हैं। इधर बीच कोरोना काल में ऐसी दवाओं की डिमांड काफी बढ़ गई है। मेडिकल स्टोर पर इन दवाओं को मनमाने रेट पर बेचा जा रहा है। कुछ दुकानों पर इसका अभाव बताकर ऊंचे दाम लिए जा रहे हैं। इस समय सर्दी व बुखार के कारण लोग इन दवाओं का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। वैसे जनपद में अभी आसानी से जेनेरिक दवाएं मिल जा रही हैं। जेनेरिक दवाओं की जिले में कोई कमी नहीं है। मेडिकल स्टोरों पर उपलब्ध हैं। प्रतिदिन इसकी मानिटरिग की जा रही है। --- डा. राजेंद्र प्रसाद, मुख्य चिकित्साधिकारी