पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है ददरी मेला
जागरण संवाददाता बलिया ऐतिहासिक ददरी मेला पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। मेले मे
जागरण संवाददाता, बलिया : ऐतिहासिक ददरी मेला पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। मेले में हाजीपुर व आजमगढ़ की नर्सरियों में फलदार पौधों की कई प्रजातियां उपलब्ध हैं। यहां आकर लौटने वाले हर शख्स के हाथ में पौधे दिखाई देते हैं। खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ती है। मेले में एक छोर पर लगी नर्सरियों में एक से बढ़कर एक पौधे हैं। खेतों से लेकर घर के अंदर तक लगाने वाले पौधे मौजूद हैं। यहां से हरियाली का संदेश गांवों तक जाता है।
-----
आम के पौधे की प्रजातियां कर रहीं आकर्षित --
पौधशाला में इस वर्ष आम के साथ अमरूद, लीची, कटहल, पीपल, पकड़, जामुन संग घरों में लगाने वाले एक फूल हैं। साल में दो बार फल देने वाला आम का पौधा थाइलेन आकर्षण का केंद्र है। हाजीपुर से आए निहाल व धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि इस पौधे की कीमत 450 रुपये है। भस्तारा आम का वजन 750 ग्राम होता है। यह अन्य प्रजातियों से पहले तैयार होता है। इसके अलावा केजी, एल-49, नीलम, मलिका, सोनरेस और आम्रपाली की बिक्री भी हो रही है। अमरुद में लखनऊ उचास, बर्फ खाना, एलकेजी जैसी प्रजातियां भी हैं। फूलों में ज्यादा बिक्री शो प्लाट पौधों की है। इसके अलावा जनैन केला लोगों का पसंद आ रहा है।