जान जोखिम में डाल जर्जर आवासों में रहते स्वास्थ्यकर्मी

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By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 04:34 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 04:34 PM (IST)
जान जोखिम में डाल जर्जर आवासों में रहते स्वास्थ्यकर्मी
जान जोखिम में डाल जर्जर आवासों में रहते स्वास्थ्यकर्मी

जागरण संवाददाता, नगरा (बलिया) : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में निर्मित एक दर्जन कर्मचारी आवास पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। बरसात के मौसम में आवासों की छतें टपक रही हैं। छतों के प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं। कर्मचारियों की माने तो भयवश रात में उन्हें नींद नहीं आती है। वर्षों पूर्व बने एक दर्जन कर्मचारी आवासों की कभी मरम्मत नहीं होती। आरोप है कि मरम्मत के नाम पर जो धनराशि मिलती है उसका बंदरबांट कर लिया जाता है। इन आवासों में कुछ कर्मचारी तो अकेले रहते हैं कितु अधिकतर कर्मी परिवार समेत रहते हैं। छतों पर झाड़ झंखाड़ उग आए हैं। बार-बार उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराए जाने के बाद भी न तो किसी जनप्रतिनिधि का ध्यान इस समस्या की तरफ जाता है न संबंधित उच्चाधिकारी ही इसका संज्ञान लेते हैं।

प्रभारी चिकित्साधिकारी डा.सर्वेश कुमार गुप्ता का कहना है कि आवास मरम्मत के नाम पर कोई बजट नहीं मिलता है। इस संबंध में बार-बार उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा जाता है कितु नतीजा सिफर रहता है। बजट उपलब्ध होने पर ही आवासों की मरम्मत हो पाएगी।

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